‘कब होगें बिहार में शिक्षक-स्नातक क्षेत्रों के विधान परिषद चुनाव’
डॉ कुमार ने बुधवार को यहाँ एक जारी प्रेस- विज्ञप्ति में कहा है कि बिहार में आठ शिक्षक और स्नातक क्षेत्रों का चुनाव अप्रैल ,2020 तक होना तय था

नयी दिल्ली । अखिल भारतीय महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय शिक्षक महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अरुण कुमार ने मुख्य चुनाव आयुक्त से बिहार के शिक्षक और स्नातक क्षेत्रों के चुनाव पर भ्रम की स्थिति दूर करने के लिए स्थिति स्पष्ट करने की माँग की है।
डॉ कुमार ने बुधवार को यहाँ एक जारी प्रेस- विज्ञप्ति में कहा है कि बिहार में आठ शिक्षक और स्नातक क्षेत्रों का चुनाव अप्रैल ,2020 तक होना तय था परन्तु कोविड-19 की विशेष परिस्थिति के कारण 25 मार्च, 2020 से राष्ट्रीय स्तर पर लाॅकडाउन हो जाने के कारण चुनाव टाल दिया गया। इस बीच छह मई के बाद इन निर्वाचन क्षेत्रों से चुने गए सभी आठ विधान पार्षदों का कार्यकाल समाप्त हो गया।
इन आठ क्षेत्रों में प्रस्तावित चुनाव की तैयारी चुनाव आयोग की तरफ से पूरी कर ली गयी है। बिहार चुनाव आयोग के सूत्र बताते हैं कि भारतीय चुनाव आयोग, नई दिल्ली की ओर से केवल आदेश की प्रतीक्षा की जा रही है परन्तु आज तक ऊहापोह की स्थिति कायम है।
डॉ. कुमार ने इस ज्ञापन की प्रति को बिहार चुनाव अधिकारी को भी भेजा है। वह खुद दरभंगा शिक्षक क्षेत्र से एक प्रत्याशी भी हैं।
इस बीच बिहार सरकार और चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव की तैयारी में लगे हैं। चुनाव आयोग और बिहार के मुख्यमंत्री का बयान भी आया है कि राज्य विधानसभा का आगामी चुनाव अपने समय पर होगा।
ऐसे में यह बात समझ से परे है कि किन तकनीकी कारणों से विधान परिषद का चुनाव टाला जा रहा है जबकि शिक्षक और स्नातक क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या विधानसभाओं की तुलना में बहुत ही कम है। विधान परिषद का चुनाव कराकर चुनाव आयोग इस कोविड-19 के दौरान में चुनाव का परीक्षण भी कर सकता है परंतु विधान परिषद चुनाव पर आयोग की चुप्पी पर बिहार के शिक्षक और स्नातक क्षेत्रों के मतदाताओं में भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
डॉ .कुमार ने सवाल किया है कि बिहार के एक प्रबुद्ध नागरिक की हैसियत से और देशभर के शिक्षकों का प्रतिनिधि होने के कारण चुनाव आयोग से निम्नलिखित बिन्दुओं पर समुचित स्पष्टीकरण चाहता हूँ ताकि हजारों मतदाताओं में भ्रम की स्थिति खत्म हो और आयोग के प्रति सकारात्मक सोच मजबूत हो।
ज्ञापन में कहा गया है कि सभी तैयारी पूरी होने के बावजूद बिहार में आठ शिक्षक और स्नातक विधान परिषद चुनाव टालने की मुख्य वजह क्या है? अगर तैयारी पूरी है तो फिर चुनाव कब होना है? बिहार विधानसभा चुनाव के पहले या बाद में? अगर चुनाव होना है तो चुनाव की अधिसूचना कब जारी होने वाली है?
डॉ. कुमार ने उम्मीद जताया है कि उपरोक्त बिन्दुओं पर स्थिति स्पष्ट करते हुए चुनाव आयोग मतदाताओं में फैले भ्रम की स्थिति को दूर करेगा।


