नीतीश की कुर्सी जब डगमगाती है तब वह विशेष राज्य के दर्जे का राग अलापते हैं: जविपा
जनतांत्रिक विकास पार्टी (जविपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने आज कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुर्सी जब-जब डगमगाती है तब-तब वह बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने का राग अलापने

पटना। जनतांत्रिक विकास पार्टी (जविपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने आज कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुर्सी जब-जब डगमगाती है तब-तब वह बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने का राग अलापने लगते हैं।
कुमार ने यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुमार को यह पता है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा कभी मिल नहीं सकता। क्योंकि विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त करने के लिए बिहार सभी अहर्ताओं को पूरा नहीं करता है। उन्होंने कहा कि कुमार जब महागठबंधन से नाता तोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से हाथ मिलाया था तभी उन्हें बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की शर्त रखनी चाहिए थी।
जविपा अध्यक्ष ने कहा कि बिहार और केन्द्र में जब एक ही गठबंधन का सरकार है तो श्री कुमार किससे बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग कर रहे हैं। सिर्फ बिहार के लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए श्री कुमार और उनकी पार्टी विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने का राग अलाप रही है। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि श्री कुमार की जब-जब कुर्सी डगमगाती है तब वह विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग करते हैं।
कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार वर्ष 2005 से ही मुख्यमंत्री के पद पर हैं लेकिन उनके कार्यकाल में दलित- महादलित समुदाय के लोगों की स्थिति सुधरने की बजाये बिगड़ी है। आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में इस समुदाय के लोग पिछड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि दलित लगातार समाजिक, आर्थिक एवं राजनीति शेाषण के शिकार हो रहे हैं।
जविपा अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार दलितों एवं महादलितों को मिले संवैधानिक अधिकार और आरक्षण को समाप्त करने की कोशिश में लगी हुई है। केन्द्र सरकार की इस नीति से इन समुदायों में बेचैनी है। उन्होंने कहा कि दलित-महादलित के लिए न तो केन्द्र और न ही बिहार की नीतीश सरकार ने अभी तक कुछ किया है। सिर्फ वोट के लिए इस समुदाय के लोगों को लगातार गुमराह किया जा रहा है।
कुमार ने कहा कि उनकी पार्टी दलितों-महादलितों के अधिकार एवं गौरव की रक्षा के लिए संघर्ष करेगी। इसी को लेकर दो जुलाई को पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में ‘दलित-महादलित अधिकार बचाओ सम्मेलन’ का आयोजन किया गया है। सम्मेलन में आगे की रणनीति पर विचार किया जायेगा।


