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जीएसटी जब छापा मारती है तो क्या छुपाती हैं सयुंक्त आयुक्त मिक्की अग्रवाल?

जीएसटी के 50 अधिकारियों की टीम ने शहर के कई बड़े मोबाइल कारोबरियों पर कार्यवाही की। देशबन्धु संवाददाता गजेन्द्र इंगले ने लगातार मिक्की अग्रवाल के मोबाइल पर सम्पर्क कर कार्यवाही की जानकारी लेना चाही लेकिन मिक्की अग्रवाल ने फोन नहीं उठाया।

जीएसटी जब छापा मारती है तो क्या छुपाती हैं सयुंक्त आयुक्त मिक्की अग्रवाल?
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गजेन्द्र इंगले
ग्वालियर: राज्य जीएसटी विभाग लगातार कार्यवाही कर रही है। लेकिन कार्यवाही के दौरान मीडिया से दूरी जीएसटी विभाग की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर रही है। कार्यवाही के बाद कई दिनों तक टेक्स चोरी के आंकड़े भी मीडिया के साथ साझा नहीं किये जाते। वर्तमान में प्रभारी जॉइंट कमिश्नर मिक्की अग्रवाल हैं। जो अपनी कार्यप्रणाली को लेकर पहले भी चर्चाओं में रही हैं
बुधवार को जीएसटी के 50 अधिकारियों की टीम ने शहर के कई बड़े मोबाइल कारोबरियों पर कार्यवाही की। दोपहर को टीम टोपी बाजार स्थित आरके व केके मोबाइल व संजय काम्प्लेक्स स्थित मोबाइल प्लस संस्थान पर पहुँची। साथ ही जीएसटी टीम के कुछ लोग इन मोबाइल संचालकों के घर भी पहुँचे। और सारे दस्तावेज खंगाले। काफी लंबे समय से जीएसटी विभाग को मोबाइल शॉप संचालको द्वारा कर चोरी की शिकायतें मिल रही थी। इन्ही शिकायतों के पुख्ता होने पर विभाग ने यह कार्यवाही की है। यह मोबाइल विक्रेता कर चोरी के लिए दो बिल बुक रखते हैं। जिसमें से एक से ग्राहक को बिल देते हैं तो दूसरे का रिकॉर्ड जीएसटी को दर्शाते हैं।
इस कार्यवाही की सूचना मिलने के बाद से ही देशबन्धु संवाददाता गजेन्द्र इंगले ने लगातार मिक्की अग्रवाल के मोबाइल पर सम्पर्क कर कार्यवाही की जानकारी एकत्रित करने का प्रयास किया। लेकिन मिक्की अग्रवाल ने फोन नहीं उठाया। यह पहला मामला नहीं है जब मिक्की अग्रवाल ने आंकड़ों को छुपाने का प्रयास किया हो इससे पहले भी जीएसटी की कई कार्यवाही पर जब उनसे जानकारी मांगी गई तो उन्होंने इसी तरह फोन नहीं उठाया। सूत्रों की माने तो छापे के दौरान प्राप्त स्टॉक में हेरा फेरी कर मिक्की अग्रवाल व्यापारियों को लाभ पहुँचा शासन को राजस्व का नुकसान पहुँचा रही हैं। इससे पूर्व दिवाली के समय 14 पटाखा व्यापारियों में से छह पर कार्यवाही किये जाने पर मिक्की अग्रवाल की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हुए थे। नाम न छापने की शर्त पर एक पटाखा व्यापारी ने ही इन व्यापारियों को कार्यवाही से बचाने का आरोप लगाया था।

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