Top
Begin typing your search above and press return to search.

कांग्रेस की पहली सूची में क्या है खास, क्यूँ है ये कमलनाथ का मास्टर स्ट्रोक

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों की सूची की प्रतीक्षा लंबे समय से की जा रही थी

कांग्रेस की पहली सूची में क्या है खास, क्यूँ है ये कमलनाथ का मास्टर स्ट्रोक
X
भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों की सूची की प्रतीक्षा लंबे समय से की जा रही थी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पहले ही संकेत दिए थे कि कांग्रेस पार्टी की सूची श्राद्ध पक्ष के बाद आएगी। आज शारदीय नवरात्रि के पहले दिन सुबह-सुबह कांग्रेस पार्टी ने अपनी सूची जारी कर सबको चौंका दिया।
सूची को गौर से देखें तो प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह लहार से पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया चुरहट से चुनाव मैदान में है। पार्टी ने बिना कोई संकोच किये पहले ही सूची में प्रदेश के प्रमुख नेताओं को टिकट दे दिए हैं इनमें बाला बच्चन जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल, तरुण भनोट जयवर्धन सिंह विक्रांत भूरिया आदि सभी के नाम शामिल हैं।
कांग्रेस के 144 घोषित प्रत्याशियों में से ओबीसी वर्ग के 39 प्रत्याशी अनुसूचित जाति के 22 प्रत्याशी और आदिवासी वर्ग के 30 प्रत्याशी शामिल हैं। अल्पसंख्यक वर्ग के 6 प्रत्याशी शामिल हैं। पार्टी ने 19 महिलाओं को टिकट दिया है। 144 में से 65 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनकी उम्र 50 वर्ष से कम है। अगर कांग्रेस की पहली सूची की तुलना भारतीय जनता पार्टी से करें तो भाजपा ने अपनी पहली सूची में 39 नाम जारी किए थे और वह टिकट भी हरि हुई सीटों के लिए जारी किए गए थे। भाजपा की पहली सूची ने यह स्पष्ट कर दिया था कि 18 साल से सत्ता में होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी बहुत ही रक्षात्मक चुनाव लड़ने की स्थिति में है।
1.jpg
3.jpg
3.jpg
4.jpg
भाजपा ने अब तक चार सूचियां जारी की हैं और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा उनके कैबिनेट मंत्रियों के टिकट चौथी सूची में जाकर जारी किए थे वह भी पितृपक्ष में। जबकि कांग्रेस पार्टी ने पहले ही सूची में नवरात्रि के शुभ दिनों में मुख्यमंत्री फेस कमलनाथ और पिछली सरकार में मंत्री रहे नेताओं के टिकट जारी कर स्पष्ट कर दिया कि पार्टी आक्रामक मुद्रा में है और विनिंग पोश्चर के साथ चुनाव में उतर रही है।
कमलनाथ छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी पिछले 6 महीने से इस तरह की अफवाह फलता रही थी की कमलनाथ विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। कांग्रेस की सूची ने भारतीय जनता पार्टी की उसे प्रोपेगेंडा को भी ध्वस्त कर दिया है जिसमें उसने केंद्रीय मंत्री और सांसदों को मैदान में उतारकर कांग्रेस पर दबाव बनाने की कोशिश की थी। जबलपुर से पूर्व मंत्री तरुण भनोट भाजपा सांसद और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के सामने मैदान में उतारे गए हैं।
पहली सूची को गौर से देखें तो कांग्रेस पार्टी ने अपने ज्यादातर विधायकों पर भरोसा जताया है और उन्हें फिर से टिकट दिया है।
प्रत्याशी सूची से स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी ने जनता की इच्छा के आधार पर यानी सर्वेक्षण के आधार पर ही 144 प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं। सबसे खास बात यह है की इन प्रत्याशियों के नाम पर न सिर्फ सर्वे की मोहर है बल्कि प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय नेताओं की आम राय भी शामिल है।
आशा की जा रही है कि अगले तीन-चार दिन में कांग्रेस पार्टी की दूसरी सूची भी आ जाएगी। प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होना है और 3 दिसंबर को मतगणना होगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 150 से अधिक सीट प्राप्त होगी। कांग्रेस का टिकट वितरण इस दिशा में बढ़ाया गया कदम प्रतीत हो रहा है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it