अटल जी से जो मिला वो उन्हीं का हो गया : चौहान
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को श्रृद्धांजलि देते हुए आज कहा कि अटल जी का व्यक्तित्व अद्भुत था

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को श्रृद्धांजलि देते हुए आज कहा कि अटल जी का व्यक्तित्व अद्भुत था, उनसे जो भी मिलता था, वह उनका हो जाता था। उनकी कमी हमें हमेशा खलेगी।
श्री चौहान ने यहां फूलबाग मैदान में आयोजित स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की श्रृद्धांजलि सभा में यह बातें कही। श्रृद्धांजलि सभा में केन्द्रीय पंचायतीराज एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद प्रभात झा, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, प्रदेश सरकार के मंत्रिगण माया सिंह, जयभान सिंह पवैया और नारायण सिंह कुशवाह के अलावा महापौर विवेक नारायण शेजवलकर, भिण्ड सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद सहित श्री वाजपेयी की दत्तक सुपुत्री नमिता भट्टाचार्य व भांजे एवं सांसद अनूप मिश्रा अलावा अन्य नेता एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा कि स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने व्यक्तित्व और कृतित्व से ग्वालियर का नाम पूरे विश्व में आलोकित किया है। स्व. अटलजी के जाने से न केवल ग्वालियर, प्रदेश, देश बल्कि करोड़ों लोगों के हृदय सूने हो गए हैं। स्व. अटल जी ने सम्पूर्ण जीवन देश सेवा में समर्पित करते हुए देशवासियों के हृदय पर राज किया। मुख्यमंत्री ने अटल जी के व्यक्तित्व के अनूठे तत्वों का उल्लेख करते हुए कहा है कि वे हमेशा छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखते थे। वे स्नेह से भरे हुए थे। उन्होंने पूरी दुनिया में हिंदी का मान बढ़ाया।
इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूँ कि मुझे स्व. अटलजी का सानिध्य प्राप्त हुआ। अटलजी का व्यक्तित्व अपने आप में एक विचार था। श्री तोमर ने कहा कि अटल जी के अपनत्व के कारण जो भी उनसे मिलता था, उनका हो जाता था। स्व. अटल जी के भाषण सुनकर ही अनेकों लोग उनके साथ और उनके विचार पर कार्य करने के लिये तैयार हुए। उन्होंने कहा कि स्व. अटलजी का सम्पूर्ण जीवन देश के लिये समर्पित रहा।
प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह ने कहा कि स्व. अटल जी ने राजनीति की सीमाओं से हटकर लोगों के दिलों में अपना स्थान बनाया। वे मध्यप्रदेश के लाल थे। इसका हमें गर्व है। वे व्यक्ति नहीं एक विचार थे। उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने कहा कि स्व. अटल जी एक व्यक्ति न होकर एक हस्ती थे और उनकी हस्ती को कभी मिटाया नहीं जा सकता। हमें गर्व है कि स्व. अटल जी ग्वालियर के सपूत थे। उनके कारण ही विश्व भर में ग्वालियर की पहचान स्थापित हो सकी। स्व. अटल जी ने देश पर नहीं लोगों के दिलों पर राज किया।
नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि स्व. अटलजी के भाषण सुन-सुनकर ही मेरे जैसे अनेकों युवा राष्ट्र प्रेम की मुख्यधारा से जुड़े। उनमें सदैव अपनत्व का भाव रहता था। स्व. अटलजी की कमी हम सबको हमेशा रहेगी। लेकिन उनके विचार सदैव हमारे साथ रहेंगे।
श्रृद्धांजलि सभा में मुरैना के सांसद अनूप मिश्रा ने कहा कि स्व. अटल बिहारी वाजपेयी मेरे परिवार के मुखिया थे। उन्होंने मुझे राजनीति का क,ख,ग सिखाया। स्व. अटल जी ने जीवन भर राष्ट्रहित को ही अपना जीवन माना। स्व. अटल जी ने पूरे विश्व में लोकतंत्र में सबको साथ लेकर चलने का उदाहरण प्रस्तुत किया। राज्यसभा सांसद प्रभात झा ने कहा कि मैं खुशनसीब हूँ कि मुझे स्व. अटलजी के साथ कार्य करने का सौभाग्य मिला। स्व. अटल जी महान व्यक्तित्व के धनी थे। उनकी सहृदयता के सभी कायल थे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि स्वर्गीय अटल जी ने राजनीति की सीमा से हटकर लोगों के दिलों में स्थान बनाया। वे मध्यप्रदेश की माटी के लाल थे, इसका हमें गर्व है। वे व्यक्ति नहीं बल्कि एक विचार थे। भाजपा के महामंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि स्वर्गीय अटल जी विराट व्यक्तित्व थे। वे हर व्यक्ति को अपने लगते थे। वे आनंद की प्रतिमूर्ति थे। विधानसभा उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ने कहा कि स्वर्गीय अटल जी प्रेम और सद्भाव का दल से ऊपर उठकर संदेश देते थे। वे महान व्यक्ति थे।
स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का अस्थि कलश कल दिनभर मुखर्जी भवन पर आमजनों के दर्शनार्थ रखा जायेगा। शहर के नागरिक उपस्थित होकर श्रृद्धा-सुमन अर्पित कर सकते हैं। 24 अगस्त को अस्थि कलश ग्वालियर से मुरैना के लिये रवाना होगा।


