अफगानिस्तान के बारे में पश्चिमी मीडिया भ्रामक खबरें देता है: हामिद करजई
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा है कि पश्चिमी मीडिया अफगानिस्तान के बारे में भ्रामक खबरें देता है लेकिन अफगानिस्तान बहुत संगठित है

जयपुर। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा है कि पश्चिमी मीडिया अफगानिस्तान के बारे में भ्रामक खबरें देता है लेकिन अफगानिस्तान बहुत संगठित है।
करजई ने आज यहां जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में द ग्रेट सर्वाइवर्स सत्र में कहा कि जब अफगानिस्तान में तालिबान के खात्मे के बाद हमारी सरकार बनी, तब अफगानिस्तान लगभग बर्बाद था।
तालिबान को पाकिस्तान का समर्थन था, ऐसे में भारत ने अफगानिस्तान के विकास में बहुत योगदान दिया, वह इसके लिए भारत का शुक्रगुजार हैं।
उन्होंने कहा कि वह गांधीवादी विचारों को मानते हैं, लेकिन जब तालिबान ने हमला किया तो हम उनसे लड़ने में भी पीछे नहीं रहे। इस मौके पर करजई ने अफगानिस्तान में तालिबान शासन, तालिबान से मुक्ति तक के सफर की चर्चा की।
उन्होंने कहा कि वह अमरीकी राष्ट्रपति के पाकिस्तान आतंकवाद पर दिए बयान का समर्थन करते हैं। भारत एक सहनशील और शांतिप्रिय देश है, जिसकी अपनी एक महान सभ्यता है। उन्होंने कहा अमरीका ने अफगानिस्तान में कई गलतियां की जिसके दूरगामी परिणाम भी सामने आए।
उन्होंने यह स्वीकार करने में भी संकोच नहीं किया कि अफगानिस्तान में भी उतना ही भ्रष्टाचार है जितना दूसरे देशों में हैं, अफगानिस्तान में ठेकों में भ्रष्टाचार होता है, कुछ लोग ठेकों से रातों रात अमीर हो गए हैं। अफगानिस्तान में ठेके देने का काम विदेशी एजेंसियों का है।
भारत के साथ यादों को साझा करते हुए करजई ने कहा, शिमला से उन्हें बेहद लगाव है, उससे उनकी सुनहरी यादें जुड़ी रही हैं, शिमला की खूबसूरती देखकर वहीं पर रहने का मन करता है।
उन्होंने कहा कि उन्हें भारतीय फिल्में और संगीत बेहद पसंद है और दिलीप कुमार, हेमा मालिनी, राजकपूर, देवानंद, मोहम्मद रफी, मन्नाडे को तो अफगानिस्तान में बहुत पसंद किया जाता रहा है।


