'शिनच्यांग के मानवाधिकार पर पश्चिमी देशों का तमाशा खत्म हो'
फिलहाल अमेरिका समेत पश्चिमी देशों ने बार-बार शिनच्यांग के मामले में हस्तक्षेप किया और तथाकथित शिनच्यांग के मानवाधिकार सवाल का उपयोग कर चीनी कपास पर आरोप लगाया

बीजिंग। फिलहाल अमेरिका समेत पश्चिमी देशों ने बार-बार शिनच्यांग के मामले में हस्तक्षेप किया और तथाकथित शिनच्यांग के मानवाधिकार सवाल का उपयोग कर चीनी कपास पर आरोप लगाया और मनमाने तौर पर चीन की शिनच्यांग नीति को दोष दिया, लेकिन उनके सभी आरोप झूठे हैं। चीनी कपास संघ के कपास किसान उपसंघ के अध्यक्ष छाओ हुइ छिंग ने कहा, "शिनच्यांग के कपास उत्पादन में मजबूर श्रम सवाल है। लेकिन वास्तव में हमें शारीरिक श्रम का मौका बहुत ही कम है। उत्तरी शिनच्यांग के कपास उद्योग में सौ प्रतिशत मशीनरीकरण पूरा किया गया है।"
'शिनच्यांग के तथ्यों का अनुसरण' नामक एक ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी पर विशेषज्ञों ने बताया कि अमेरिका सरकार चीन के बाहर के उइगुर समूहों को लाखों डॉलर की सहायता प्रदान करती है। वे अमेरिकी भू-राजनीतिक हितों के लिए झूठी खबरों का प्रचार करते हैं।
पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री पावेल के कार्यालय के निदेशक लारेंस विलकर्सन ने पहले भाषण में कहा था कि "सीआईए चीन की स्थिरता को खत्म करना चाहता है। सबसे अच्छा उपाय चीन में अस्थिरता पैदा करना है। उइगुर लोगों के साथ पेइचिंग को अस्थिर कर चीन को अंदर से कमजोर किया जा सकता है।"


