जब कांग्रेस सरकार में आतंकी हमले होते थे तो पाकिस्तान पर क्यों नहीं की कार्रवाई: तुहिन सिन्हा
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के सोशल मीडिया पोस्ट पर भाजपा नेता तुहिन सिन्हा ने जोरदार पलटवार करते हुए कहा क वे पंद्रह दिन तक गायब रहने के बाद उन्हें अचानक देश में हंगामा खड़ा करने की जरूरत महसूस हुई

कोलकाता। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के सोशल मीडिया पोस्ट पर भाजपा नेता तुहिन सिन्हा ने जोरदार पलटवार करते हुए कहा क वे पंद्रह दिन तक गायब रहने के बाद उन्हें अचानक देश में हंगामा खड़ा करने की जरूरत महसूस हुई, इसलिए उन्होंने कुछ बेतुका और अर्थहीन पोस्ट किया।
तुहिन सिन्हा ने कहा कि राहुल गांधी अचानक गायब रहने के बाद हलचल पैदा करने के लिए कुछ भी पोस्ट कर देते हैं। उन्हें अपनी पार्टी के इतिहास पर गौर करना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस शासनकाल पर निशाना साधते हुए कहा कि 2004 से 2008 तक जब बड़े आतंकी हमले होते थे, तो पाकिस्तान के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की गई? उन्होंने यह ट्वीट इसलिए किया है, क्योंकि बिहार में इंडिया गठबंधन की हार तय है।
एसआईआर का जिक्र करते हुए तुहिन सिन्हा ने इंडिया ब्लॉक गठबंधन को 'अवसरवादी गठबंधन' करार दिया। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन एक राज्य में किसी चीज का विरोध करता है और दूसरे में उसी का समर्थन। पिछले तीन महीनों में सुप्रीम कोर्ट ने एसआईआर से जुड़े सभी पहलुओं का गहन अध्ययन किया है और इसे पूरी तरह संवैधानिक व वैध ठहराया है। वोट चोरी का भ्रम फैलाना राहुल गांधी की हारी हुई मानसिकता को दर्शाता है। विपक्ष को असल मुद्दों पर चुनाव लड़ना चाहिए।
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर गैंगरेप मामले पर सिन्हा ने कहा कि वहां की मुख्यमंत्री एक्शन लेने में विलंब करती हैं और अलग-अलग चीजों पर बात करती हैं। वे कहती हैं कि लड़कियों को बाहर नहीं निकलना चाहिए। वे अपराधियों को संरक्षण देती हैं, जो बड़ा मुद्दा है। मामले की एसआईटी से जांच होनी चाहिए और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।
कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे के संघ को लेकर दिए बयान पर भाजपा नेता ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस की एकमात्र समस्या संघ से है। संघ राष्ट्रहित में कार्य करता है, जबकि कांग्रेस राष्ट्र के विरोध में काम करती है। खड़गे ने जो नोटिस दिया है, उसका हम विरोध करते हैं। जहां तक संघ पर बैन लगाने की बात है, वे कभी सफल नहीं हो पाएंगे। बिना मतलब की धमकियां देना बंद करें।


