कुणाल घोष का हमला : भाजपा को रोकने में लगातार फेल रही कांग्रेस
बिहार चुनाव में विपक्षी महागठबंधन को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के इसी बीच 'इंडिया' ब्लॉक के नेतृत्व को लेकर सवाल उठना शुरू हो गया है

बिहार चुनाव की हार पर ‘इंडिया’ ब्लॉक नेतृत्व पर उठे सवाल
- ममता बनर्जी ही भाजपा को हराने में सक्षम: टीएमसी नेता का दावा
- गठबंधन को भी डुबो रही कांग्रेस, नेतृत्व पर मंथन की जरूरत
- 243 सीटों वाले बिहार में कांग्रेस को मिली मात्र छह सीटें
कोलकाता। बिहार चुनाव में विपक्षी महागठबंधन को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के इसी बीच 'इंडिया' ब्लॉक के नेतृत्व को लेकर सवाल उठना शुरू हो गया है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता कुणाल घोष ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस को अपनी हार पर मंथन करना चाहिए।
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा, "बिहार चुनाव के नतीजे के बाद कांग्रेस को अपने आप पर मंथन करना चाहिए, क्योंकि यह पार्टी लगातार फेल साबित हो रही है। महाराष्ट्र, दिल्ली और हरियाणा के बाद अब बिहार में उनकी हार हुई। जहां पर कांग्रेस के ऊपर भाजपा को रोकने की जिम्मेदारी है, वहां पर पार्टी फेल साबित हो रही है।"
उन्होंने कांग्रेस के पिछले प्रदर्शनों की तारीफ करते हुए कहा, "वहीं अगर लगातार किसी पार्टी को सफलता मिल रही है, तो वह बंगाल में ममता बनर्जी हैं। 2021 में विधानसभा चुनाव, 2023 में पंचायत चुनाव और 2024 में लोकसभा चुनाव में बंगाल में भाजपा सांसदों की संख्या कम हो गई, जबकि तृणमूल कांग्रेस के सांसदों की संख्या बढ़ गई।"
घोष ने कहा, "जो नेता देश में सबसे लोकप्रिय है। 7 बार सांसद, 4 बार केंद्रीय मंत्री, दो बार रेलवे मंत्री, तीन बार मुख्यमंत्री रही। इस पर कांग्रेस सोचना चाहिए कि उनका नेतृत्व लगातार फेल साबित हो रहा है। कांग्रेस खुद तो जीत दर्ज नहीं कर पा रहा है, बल्कि वह जिन राज्य में, जिस पार्टी के साथ गठबंधन कर रही है, उसको भी डूबा रही है।"
टीएमसी नेता ने कहा, "कांग्रेस को खुद इस पर विचार करना चाहिए कि 'इंडिया' ब्लॉक के नेतृत्व की जिम्मेदारी किसके हाथ में होनी चाहिए। यह सच अब सभी के सामने आ गया है कि भाजपा को कौन हरा सकता है, वह ममता बनर्जी हैं।"
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे शुक्रवार को सामने आए। 243 विधानसभा सीटों वाले राज्य में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। भाजपा को राज्य में 89 सीटों पर जीत मिली। दूसरे नंबर पर नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) 85 सीटों के साथ रही। वहीं प्रदेश की मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को 25 सीटें मिली, जबकि 'इंडिया' ब्लॉक के प्रमुख सदस्य कांग्रेस के खाते में मात्र छह सीट गई।


