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अगर घुसपैठिए सिर्फ पश्चिम बंगाल में हैं तो पहलगाम और दिल्ली में हमले कैसे हुए : ममता बनर्जी

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की घुसपैठिये पर टिप्पणी का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को पूछा कि अगर घुसपैठ सिर्फ पश्चिम बंगाल में हो रही थी तो पहलगाम आतंकी हमला और दिल्ली कार बम धमाका कैसे हुआ

अगर घुसपैठिए सिर्फ पश्चिम बंगाल में हैं तो पहलगाम और दिल्ली में हमले कैसे हुए : ममता बनर्जी
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कोलकाता। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की घुसपैठिये पर टिप्पणी का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को पूछा कि अगर घुसपैठ सिर्फ पश्चिम बंगाल में हो रही थी तो पहलगाम आतंकी हमला और दिल्ली कार बम धमाका कैसे हुआ?

बांकुरा जिले के बरजोरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे सोनार बांग्ला नहीं बनाना चाहते, बल्कि राज्य को नष्ट करना चाहते हैं।

इससे पहले दिन में गृह मंत्री अमित शाह ने कोलकाता में मीडिया को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोला। अमित शाह ने ममता बनर्जी पर राज्य में घुसपैठ की अनुमति देने और साथ ही उन्हें संरक्षण देने का आरोप लगाया।

अमित शाह के दावों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अगर घुसपैठिए केवल पश्चिम बंगाल से ही आते हैं, तो पहलगाम और दिल्ली में हुए आतंकी हमलों के पीछे कौन था? ये घटनाएं कैसे हुईं?"

सीएम ममता बनर्जी ने अमित शाह के उन आरोपों का भी खंडन किया कि उनकी सरकार ने बंगाल में केंद्र सरकार की परियोजनाओं के लिए भूमि उपलब्ध नहीं कराई।

ममता बनर्जी ने कहा कि आज आप कह रहे हैं कि पश्चिम बंगाल सरकार ने केंद्र सरकार की परियोजनाओं के लिए जमीन नहीं दी। अगर यही दावा है तो बोंगांव के पेट्रापोल और आंदल में नए हवाई अड्डे के लिए जमीन किसने दी? रेलवे ट्रैक कैसे बने? अगर जमीन आवंटित नहीं की गई तो ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (ईसीएल) अपना काम कैसे कर रही है? घोक्षडांगा और चांगराबन्धा में जमीन किसने दी?

उन्होंने अमित शाह की इस बात की भी आलोचना की कि राज्य विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा बंगाल में सरकार बनाएगी।

ममता बनर्जी ने कहा कि पहले तो उन्होंने 200 सीटें जीतने का दावा किया था। अब इस बार वे दो-तिहाई बहुमत की बात कर रहे हैं। कोई आंकड़ा नहीं बता पाए। इस बार वे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) करा रहे हैं। उन्हें लगता है कि मतदाताओं के नाम हटाकर वे चुनाव जीत जाएंगे। कम से कम 58 लोगों की जान जा चुकी है। उन्हें बड़ों का आदर करना नहीं आता। क्या आपको शर्म नहीं आती?

उन्होंने आगे कहा कि आज वे एसआईआर के जरिए घुसपैठियों को हटाने का दावा कर रहे हैं। आप अब तक क्या कर रहे थे? मतुआ, अल्पसंख्यकों और हिंदुओं के नाम आज मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं। उन्होंने मुझे बांग्लादेशी भी करार दिया, जबकि मेरा जन्म बीरभूम में हुआ था।


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