अधीर रंजन चौधरी को ममता बनर्जी को उपदेश देने का कोई हक नहीं है : टीएमसी नेता कुणाल घोष
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने भाजपा और कांग्रेस नेताओं पर पलटवार किया है

कुणाल घोष का पलटवार: अधीर रंजन को ममता बनर्जी को उपदेश देने का कोई हक नहीं
- महुआ मोइत्रा पर टिप्पणी को लेकर टीएमसी नेता ने भाजपा पर साधा निशाना
- राजनीतिक बयानबाज़ी पर गरमाया बंगाल का सियासी माहौल
- महिला नेताओं पर निजी हमले भाजपा की संस्कृति बन गई है: टीएमसी
कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने भाजपा और कांग्रेस नेताओं पर पलटवार किया है।
कुणाल घोष ने भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी द्वारा महुआ मोइत्रा पर की गई आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी। इस पोस्ट को बाद में डिलीट कर दिया गया था।
उन्होंने कहा, "ये तो भाजपा की महिलाओं के प्रति सोच को दर्शाता है। जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 'ओ दीदी, ओ दीदी' कहकर अपमानित किया गया था, तब बंगाल की जनता ने उन्हें जवाब दे दिया था। आज फिर भाजपा नेता महुआ मोइत्रा पर निजी हमला करते हैं और बाद में पोस्ट हटा लेते हैं। यही भाजपा की संस्कृति बन गई है।"
भाजपा का आरोप है कि टीएमसी एक तरफ बंगाल में एसआईआर के खिलाफ आवाज उठा रही है, लेकिन दूसरी तरफ चुनाव आयोग को बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) की सूची भी उसी टीएमसी ने ही दी है।
इस पर कुणाल घोष ने साफ कहा, "चाहे वो एसआईआर हो या एनआरसी, तृणमूल कांग्रेस हमेशा से इसका विरोध करती आई है और आगे भी करेगी।"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने सवाल उठाया था कि अगर ममता बनर्जी एसआईआर के खिलाफ हैं, तो वे राहुल गांधी की बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' में शामिल क्यों नहीं हो रही हैं, जबकि राहुल खुद एसआईआर के विरोध में रैलियां कर रहे हैं।
इस पर कुणाल घोष ने तल्ख लहजे में कहा, "अधीर रंजन चौधरी को ममता बनर्जी को उपदेश देने का कोई हक नहीं है। उनकी पार्टी (कांग्रेस) को पहले अपने अंदर झांकना चाहिए। ममता बनर्जी अपने तरीके से जनहित की लड़ाई लड़ती हैं। कांग्रेस को हमें सिखाने की जरूरत नहीं है।"


