पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने की अधीर रंजन चौधरी से मुलाकात, सियासी हलचल शुरू
राष्ट्रीय राजधानी के दौरे पर आए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने अधीर रंजन चौधरी से उनके आवास पर मुलाकात की है, जिसके बाद कांग्रेस हलकों में हलचल मच गई है
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के दौरे पर आए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने अधीर रंजन चौधरी से उनके आवास पर मुलाकात की है, जिसके बाद कांग्रेस हलकों में हलचल मच गई है। धनखड़ गुरुवार शाम चौधरी के आवास पर पहुंचे और बाद में ट्वीट किया, "दिल्ली में आज एक कप कॉफी से अधिक बातचीत हुई । अधीर रंजन चौधरी, 17 वीं लोकसभा में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता और बेरहामपुर से संसद सदस्य के साथ।"
While in Delhi today had over a cup of coffee interaction @adhirrcinc Adhir Ranjan Chowdhury, leader of the Indian National Congress in the 17th Lok Sabha and the Member of Parliament from Berhampor. pic.twitter.com/OVhMeobHcE
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) June 17, 2021
हालांकि ट्वीट में शिष्टाचार भेंट के बारे में संकेत दिया गया , लेकिन कांग्रेस के लोग बैठक की प्रकृति के बारे में अनुमान लगा रहे हैं। चौधरी ने इस मुद्दे पर संदेशों का जवाब नहीं दिया, लेकिन सूत्रों ने कहा कि यह एक शिष्टाचार भेंट थी।
राज्य में 'बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर धनखड़ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ आमने-सामने हैं।
धनखड़ ने गुरुवार सुबह राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से भी मुलाकात की। बैठक का विवरण ज्ञात नहीं है।
धनखड़ के कार्यालय ने गुरुवार सुबह ट्वीट किया, "पश्चिम बंगाल के राज्यपाल श्री जगदीप धनखड़ ने श्रीमती सुदेश धनखड़ के साथ भारत के राष्ट्रपति माननीय श्री राम नाथ कोविंद और प्रथम महिला श्रीमती सविता कोविंद से राष्ट्रपति भवन में शिष्टाचार भेंट की।"
धनखड़ ने हालांकि कहा कि राष्ट्रपति से उनकी मुलाकात एक शिष्टाचार मुलाकात थी।
बाद में धनखड़ ने गृह मंत्री शाह से मुलाकात की। धनखड़ और शाह दोनों की एक तस्वीर के साथ गृह मंत्री के कार्यालय ने ट्वीट किया, "पश्चिम बंगाल के राज्यपाल धनकरजी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।"
धनखड़ ने 2 मई को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद हिंसा प्रभावित राज्य के कई हिस्सों का दौरा किया था और लोगों से बात की थी।
राज्यपाल के एक करीबी सूत्र ने कहा, "हिंसा प्रभावित राज्य में उनके अनुभव का पूरा ब्योरा एक रिपोर्ट में दिया गया है। धनखड़ दिल्ली में रिपोर्ट सौंप सकते हैं।


