भगत सिंह को मानते है अपना आदर्श, हमे जेल जाने का खौफ नहीं : अरविंद केजरीवाल
लेफ्टिनेंट गवर्नर ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं। यह खबर सामने आने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री सरकार पर जमकर भड़के और कहा, हम इनको बताना चाहेंगे कि हमें जेल से डर नहीं लगता है।

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार की शराब नीति की सीबीआई जांच होगी, लेफ्टिनेंट गवर्नर ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं। यह खबर सामने आने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री सरकार पर जमकर भड़के और कहा, हम इनको बताना चाहेंगे कि हमें जेल से डर नहीं लगता है। तुम लोग सावरकर की औलाद हो, जिसने अंग्रेजों से माफी मांगी थी। हम भगत सिंह की औलाद हैं और उन्हीं को अपना आदर्श मानते हैं, जो अंग्रेजों के सामने झुकने से मना कर दिया और फांसी पर लटक गए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस वार्ता कर कहा, मुझे पता लगा कि इन लोगों ने मनीष सिसोदिया जी के खिलाफ सीबीआई को एक केस भेजा है। सीबीआई कुछ दिनों में मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने वाली है, मैंने यह आपको तीन चार महीने पहले ही बता दिया था मैंने अपने भाषणों में पहले ही सूचित कर दिया था।
तीन चार महीने पहले जब मुझे इनके लोगों ने बताया कि यह लोग मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने वाले हैं तो मैंने पूछा कि आखिर उनको क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है? तो उन्होंने कहा कि अभी कोई केस नहीं है बल्कि ढूंढा जा रहा है, कुछ बना रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, यह सोचने की बात है कि आखिर हमारे पीछे हाथ धोकर यह लोग क्यों पड़े हैं? इसके तीन कारण हैं, पहला हम कट्टर इमानदार हैं और पूरे देश को भरोसा हो गया है कि आम आदमी पार्टी एक ईमानदार पार्टी है। यह हमारे ऊपर कीचड़ डालकर यह दिखाना चाहते हैं कि यह लोग भी हमारी तरह हैं।
दूसरा कारण, जब से पंजाब में आम आदमी पार्टी जीती है, पूरे देश में आम आदमी पार्टी की आंधी आई है, यह उसे रोकना चाहते हैं। कुछ भी कर लो आम आदमी पार्टी को पूरे देश में फैलने से नहीं रोक सकते।
तीसरा कारण, दिल्ली के कामों को यह रोकना चाहते हैं, दिल्ली के कामों की पूरे दुनिया में चर्चा हो रही है, स्वास्थ्य और शिक्षा बेहतर हुई, इसलिए पहले स्वास्थ्य मंत्री को जेल में डाला और अब मनीष को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।
सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, देश में अब एक नया सिस्टम बनाया जा रहा है पहले तय किया जाता है किस आदमी को जेल भेजना है और फिर उस आदमी के खिलाफ मनगढ़ंत एक केस बनाया जाता है। मैं मनीष को 22 साल से जानता हूं सन 2002 में मेरी पहली मुलाकात हुई थी, वह एक कट्टर देशभक्त और ईमानदार आदमी हैं।


