डब्ल्यूसीडी आसान मंत्रालय नहीं : मेनका
केंद्रीय महिला व बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) मंत्री मेनका गांधी ने गुरुवार को कहा कि उनका मंत्रालय एक 'आसान मंत्रालय' नहीं है

नई दिल्ली। केंद्रीय महिला व बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) मंत्री मेनका गांधी ने गुरुवार को कहा कि उनका मंत्रालय एक 'आसान मंत्रालय' नहीं है, क्योंकि यह भारत की आबादी के 70 प्रतिशत हिस्से की देखभाल करता है। मेनका ने राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा, "डब्ल्यूसीडी एक आसान मंत्रालय नहीं है, यह संभवत: सबसे कठिन मंत्रालय है। हम देश की 70 प्रतिशत आबादी का ध्यान रखते हैं। 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' (बीबीबीपी) योजना के जरिये हम कन्याभ्रूण हत्या के प्रति लोगों का व्यवहार बदलने में सक्षम हुए हैं।"
मंत्री ने कहा कि बीबीबीपी योजना आने से पहले, लोग खुले तौर पर लैंगिक भेदभाव के बारे में बात करते थे।
उन्होंने कहा, "ऐसा नहीं है कि कन्याभ्रूण हत्याएं नहीं हो रही हैं, लेकिन इसमें काफी हद तक कमी लाई गई है। अब लोग ऐसा करने में डरते हैं।"
मेनका ने कहा कि जब इस योजना के बारे में शुरुआत में चर्चा की गई थी, तो यह उनके मंत्रालय के लिए डराने वाला था।
उन्होंने कहा, "यह साइकिल के बंटवारे जैसा सामान्य कार्यक्रम नहीं था। बीबीबीपी योजना के तहत समाज में वर्षो से जमी बुराई को लेकर सामाजिक बदलाव लाना था।"


