डब्ल्यूबीएसएससी घोटाला : नियुक्ति पत्र मिलने तक जारी रहेगा आंदोलन
पश्चिम बंगाल में नौकरी के लिए जूझ रहे आंदोलनकारियों ने सोमवार को राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के समक्ष स्पष्ट कर दिया कि महज मौखिक आश्वासन से काम नहीं चलेगा और पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाले के खिलाफ आंदोलन तब तक जारी रहेगा

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में नौकरी के लिए जूझ रहे आंदोलनकारियों ने सोमवार को राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के समक्ष स्पष्ट कर दिया कि महज मौखिक आश्वासन से काम नहीं चलेगा और पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के शिक्षक भर्ती घोटाले के खिलाफ आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक योग्य उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र नहीं मिल जाते। आंदोलनकारियों के प्रतिनिधिमंडल के नेता एस. शाहिदुल्ला ने बैठक के बाद कहा, "इस मामले में शिक्षा मंत्री ने हमें आश्वासन दिया है। हमें उम्मीद है कि राज्य सरकार अपने वादों को पूरा करेगी। हालांकि, खुली सड़कों पर हमारा आंदोलन 500 दिनों को पार कर गया है। हमारा शांतिपूर्ण आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक प्रत्येक उम्मीदवार, जो योग्यता सूची (मेरिट लिस्ट) में अर्हता (क्वालीफाई) प्राप्त करने के बावजूद नौकरियों से वंचित हैं, उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं मिल जाता। ऐसे उम्मीदवारों की संख्या लगभग 600 होगी।
बैठक के दौरान, ब्रत्य बसु ने कहा कि राज्य सरकार ने आंदोलनकारियों को आश्वासन दिया है कि उनकी मांग पर 'सहानुभूतिपूर्वक गौर किया जाएगा'।
उन्होंने कहा, "हालांकि, इतने सारे उम्मीदवारों को समायोजित करने के लिए अतिरिक्त पदों के सृजन की आवश्यकता होगी। इसके लिए राज्य के वित्त विभाग और फिर राज्य कैबिनेट से मंजूरी की आवश्यकता होगी। पूरी प्रक्रिया में कुछ समय लगेगा।"
इस मुद्दे पर इस तरह की यह दूसरी बैठक थी।
आंदोलनकारियों के साथ बातचीत करने की पहली पहल तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी ने 29 जुलाई को की थी।
उस बैठक में राज्य के शिक्षा मंत्री भी शामिल हुए थे। उस बैठक में भी प्रतिनिधियों ने स्पष्ट संदेश दिया था कि बातचीत जारी रह सकती है, लेकिन उम्मीदवारों की नियुक्ति का मामला सुलझने के बाद ही आंदोलन वापस लिया जाएगा।


