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तेलंगाना में 'चिन्नम्मा' के निधन से शोक की लहर

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, जिनका मंगलवार रात दिल का दौरा पड़ने से एम्स में निधन हो गया, वह खुद को तेलंगाना का 'चिन्नम्मा' कहने में गर्व महसूस करती थीं

तेलंगाना में चिन्नम्मा के निधन से शोक की लहर
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हैदराबाद । पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, जिनका मंगलवार रात दिल का दौरा पड़ने से एम्स में निधन हो गया, वह खुद को तेलंगाना का 'चिन्नम्मा' कहने में गर्व महसूस करती थीं। लोकसभा में तत्कालीन विपक्ष की नेता के रूप में उन्होंने तेलंगाना राज्य के निर्माण के लिए विधेयक पारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

जब कांग्रेस के नेता आंध्र प्रदेश का बंटवारा कर तेलंगाना गठित करने को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को तेलंगाना की 'अम्मा' (मां) के रूप में पेश कर रहे थे, तो सुषमा स्वराज ने खुद को तेलंगाना की 'चिन्नम्मा' (मां की छोटी बहन) कहा।

संसद में आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के पारित होने के तुरंत बाद उन्होंने तेलंगाना के लोगों से कहा, "तेलंगाना के गठन के लिए कृपया न सिर्फ अम्मा (सोनिया गांधी) के योगदान को याद रखें, बल्कि चिन्नम्मा के योगदान को भी याद रखें।"

2017 में हैदराबाद में आयोजित ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप समिट (जीईएस) में, तत्कालीन विदेश मंत्री के रूप में सुषमा स्वराज ने प्रतिनिधियोके सामने खुद को 'तेलंगाना के चिन्नम्मा' के रूप में पेश किया था।

भाजपा नेताओं ने तेलंगाना आंदोलन को अपना पूरा समर्थन दिया। उनका दावा है कि भाजपा के समर्थन ने राज्य का निर्माण सुनिश्चित किया।

तेलंगाना के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के. लक्ष्मण ने कहा, "सुषमा स्वराजजी को हमेशा तेलंगाना राज्य को वास्तव में बनाने के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने न केवल आंदोलन को अपना पूरा समर्थन दिया, बल्कि संसद में विधेयक पारित कराना भी सुनिश्चित किया।"

भाजपा नेताओं ने कहा कि उन्होंने अलग राज्य के आंदोलन के दौरान तेलंगाना के युवाओं से भावनात्मक अपील की थी कि वे आत्महत्या न करें। उन्होंने उन्हें हिम्मत दिखाने और तेलंगाना को एक वास्तविकता बनते देखने के लिए जीवित रहने की सलाह दी थी।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी ने ट्वीट किया, "तेलंगाना की 'चिन्नम्मा' के रूप में संदर्भित, सुषमा स्वराजजी का तेलंगाना राज्य का बेधड़क समर्थन करने को कभी नहीं भुलाया जाएगा। हम सभी हमेशा उनके ऋणी रहेंगे।"

जनता की मंत्री के रूप में लोकप्रिय, सुषमा स्वराज का तेलंगाना के लोगों के साथ एक विशेष संबंध भी था। उन्होंने हमेशा खाड़ी और अन्य देशों में संकट का सामना करने वाले लोगों के अनुरोधों का जवाब दिया और सहायता की।

हमेशा सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने के कारण, उन्होंने तेलंगाना के संकटग्रस्त कामगारों के बचाव में अहम भूमिका निभाई।

तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामा राव ने ट्वीट किया, "पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराजजी के निधन पर हार्दिक संवेदना। राज्य के गठन में सहयोग देने के लिए तेलंगाना की जनता हमेशा उन्हें याद रखेगी।"

मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के बेटे रामा राव ने कहा, "जब भी मैं उनसे मिला, गर्मजोशी से मेरा स्वागत करने को लेकर मैं उनका और कायल हो गया। एक सच्ची नेता, जिन्होंने दुनिया में कहीं भी संकट में फंसे भारतीयों को विश्वास दिलाया कि मदद महज एक ट्वीट दूर है।"


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