मंत्रिमंडल के शपथ लेते ही दौड़ी गुरुग्राम जिले में निराशा की लहर
वीरवार को हरियाणा मंत्रिमंडल के शपथ लेते ही गुरुग्राम जिले में निराशा की लहर दौड़ गई। शपथ लेने वाले 10 मंत्रियों में से कोई भी मंत्री गुरुग्राम जिले से नहीं था ऐसे में ग्रामवासियों में मायूसी छा गई

- अमित नेहरा
गुरुग्राम। वीरवार को हरियाणा मंत्रिमंडल के शपथ लेते ही गुरुग्राम जिले में निराशा की लहर दौड़ गई। शपथ लेने वाले 10 मंत्रियों में से कोई भी मंत्री गुरुग्राम जिले से नहीं था ऐसे में ग्रामवासियों में मायूसी छा गई। कयास लगाए जा रहे थे कि यहां से कम से कम एक कैबिनेट मंत्री जरूर बनेगा मगर मंत्रिमंडल के शपथ लेने से के बाद सभी आशाएं धूमिल हो गई।
गौरतलब है कि गुरुग्राम जिले में 4 विधानसभा क्षेत्र सोहना, बादशाहपुर, पटौदी और गुरुग्राम हैं। जिनमें बादशाहपुर विधानसभा का छोड़कर बाकी तीनों विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी के विधायकों ने जीत दर्ज की थी। हालांकि बीजेपी के तीनों प्रत्याशी पहली बार चुनाव जीते थे इसके बावजूद भी गुरुग्रामवासियों को लगता था कि यहां कम से कम एक मंत्री जरूर मिलेगा। चूंकि स्वर्गीय सीताराम सिंगला हरियाणा में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं उनके पुत्र सुधीर सिंगला को मंत्री बनाने की संभावना व्यक्त की जा रही थी। इसी तरह सोहना के विधायक कुंवर संजय सिंह के पिता स्वर्गीय सूरजपाल भी बंसीलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
अत: संजय सिंह का भी दावा मंत्री पद के लिए मजबूत दिखाई दे रहा था मगर दोनों को निराशा हाथ लगी। पटौदी से सत्यप्रकाश जरावता का नाम मंत्री पद के लिए कभी नहीं आया लेकिन पूरे हरियाणा में केवल सात ही निर्दलीय विधायक बने हैं और भाजपा पूर्ण बहुमत से 6 सीटें दूर है। जब तक जेजेपी ने अपना समर्थन भाजपा को नहीं दिया था तब तक लग रहा था कि हो सकता है बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद की भी किस्मत खुल सकती है मगर जेजेपी के समर्थन देने से यह आशा भी धूमिल हो गई।


