Begin typing your search above and press return to search.
पानी की कमी ने सारसों को अशियाना बदलने के लिये मजबूर किया
अमर प्रेम का प्रतीक सारस पानी के अभाव में अपना आशियाना बदलने को मजबूर हो रहे हैं। सारस का प्रेम अटूट होता है जो एक बार जोड़ा बनने के बाद कभी बिछड़ता नहीं है
इटावा। अमर प्रेम का प्रतीक सारस पानी के अभाव में अपना आशियाना बदलने को मजबूर हो रहे हैं। सारस का प्रेम अटूट होता है जो एक बार जोड़ा बनने के बाद कभी बिछड़ता नहीं है ।
एशिया में सबसे ज्यादा सारस इटावा, मैनपुरी (समान पक्षी विहार) और सरसईनावर वेटलैंड (आर्द्रस्थल) इलाके में पाये जाते हैं। जहां कभी 2000 और 2500 की तादाद में सारस दिखाई देते थे अब वहां पानी की कमी के चलते सिर्फ 250-300 सारस ही नजर आ रहे हैं।
इटावा के प्रभागीय वन निदेशक कन्हैया पटेल सारस के प्रजनन को प्रभावित होने का अनुमान लगा रहे है । उनका कहना है कि पानी की कमी ने सारस पक्षी की दिशा को बदल दिया है। पानी की तलाश मे सारस पक्षी इधर उधर भटक रहे हैं लेकिन वे बाद मे अपने पूर्ववर्ती क्षेत्र मे ही आ जायेंगे ।
Next Story


