बोर से अपने आप निकल रहा पानी
सूखा प्रभावित मरवाही क्षेत्र के सपनी गांव में एक किसान के खेत में किये गए ट्यूबवेल से इतना अधिक पानी निकल रहा है कि बगैर सबमर्सिबल पंप के ही ट्यूबवेल से पानी की तेज धार जमीन की सतह पर बह रहा है

पेण्ड्रा। सूखा प्रभावित मरवाही क्षेत्र के सपनी गांव में एक किसान के खेत में किये गए ट्यूबवेल से इतना अधिक पानी निकल रहा है कि बगैर सबमर्सिबल पंप के ही ट्यूबवेल से पानी की तेज धार जमीन की सतह पर बह रहा है जिसे देखने के लिये जहां एक ओर ग्रामीणों का हुजूम पहुंच रहा है वही कुछ लोग इसकी पूजा अर्चना भी कर रहे है।
मरवाही तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम सपनी के एक किसान लखनलाल गुप्ता ने परेशान होकर अपने खेत में ट्यूबवेल कराने की योजना बनाई। मुन्नु बोरवेल्स के संचालक अनूप विश्वकर्मा को उन्होने ट्यूबवेल करने का काम दिया। बोरिंग मशीन से जब लखनलाल गुप्ता के खेत में बोरिंग का काम किया जाने लगा तो 200 फीट तक एक बूंद भी पानी नही मिला बल्कि 200 फीट तक सिर्फ धूल उडती रही जिससे किसान लखनलाल गुप्ता निराश हो गए परंतु उन्होने हिम्मत नही हारी और बोरिंग मशीन वाले से कहा कि ट्यूबवेल खनन कराने में उनकी और राशि भले ही खर्च हो जाये लेकिन 300 फीट की गहराई तक बोरिंग की जाये।
250 फीट बाद पानी का स्रोत मिलना प्रारंभ हुआ और जमीन के अंदर पानी का ऐसा स्रोत मिला कि 299 फीट तक पहुंचते पहुंचते पानी इतना अधिक पानी मिला कि 299 फीट से ज्यादा गहराई में बोरिंग मशीन बंद हो गई। भूमि के अंदर मिले पानी का यह स्रोत इतना जबरदस्त है कि बगैर सबमर्सिबल पम्प के ही ट्यूबवेल से सतह के उपर खेत में पानी बह रहा है।
बोरिंग मशीन के संचालक अनूप विश्वकर्मा ने बताया कि उनके द्वारा कई वर्षो से क्षेत्र में बोरिंग करने का कार्य किया जा रहा है परंतु पहली बार पानी का ऐसा स्रोत उन्होने इस क्षेत्र में देखा है। उन्होने बताया कि क्षेत्र के ट्यूबवेल में सामान्यत: दो से तीन इंच पानी मिलता है परंतु इस ट्यूबवेल में 10 इंच से अधिक पानी है। सतह के ऊपर बगैर सबमर्सिबल पम्प के बह रहे पानी को देखने के लिये जहां एक ओर ग्रामीणों का हुजूम उमड रहा है वही दूसरी ओर ग्रामीण इसकी पूजा अर्चना भी कर रहे हैं।


