नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में राप्ती, बूढ़ी राप्ती और अन्य नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे चले जाने से अब बाढ़ की स्थिति में काफी सुधार आ गया है
सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में राप्ती, बूढ़ी राप्ती और अन्य नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे चले जाने से अब बाढ़ की स्थिति में काफी सुधार आ गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया की बाढ़ से अब जिले में कुल 125 गांव प्रभावित हैं। इसमें से 28 गांव बाढ़ के पानी से चारों तरफ घिरे हुए हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत वितरण का काम तेजी से चल रहा है और 85 हजार बाढ़ पीड़ित परिवारों में से 57,275 परिवारों को राहत वितरण का काम पूरा किया जा चुका है। बाढ़ प्रभावित 2093 गांवों में राहत सामग्री वितरित की गयी है।
उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाकों में पांव पसार चुकी संक्रामक बीमारियों से निपटने के लिए गठित 25 डॉक्टरों की टीम गांवों में जाकर मरीजों का इलाज कर रही हैं। बाढ़ से हुई फसलों के नुकसान का सर्वे और बाढ़ पीड़ित गांव में सफाई अभियान भी तेजी से किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि शोहरतगढ़ तहसील के खैरी शीतल प्रसाद गांव में फैली पशुओं की बीमारी से पिछले 24 घंटे में 26 पशुओं की मौत हो गई। पशुपालन विभाग की टीम ने दावा किया है कि स्थिति नियंत्रित में हैं।


