गर्मी बढ़ने के साथ ही जल संकट की समस्या
नगर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी बढ़ने के साथ ही जल संकट की स्थित गंभार होती जा रही है

दल्लीराजहरा। नगर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी बढ़ने के साथ ही जल संकट की स्थित गंभार होती जा रही है। गांवों मेंं जहां निस्तारी की समस्या शुरू हो गई है। तालाब सूखने के साथ ही पानी गंदा हो गया है।
वहीं कुओं का जल स्तर गिर गया है. जिससे आने वाले दिनों में पानी की समस्या क्षेत्र में विकराल रूप धारण कर सकती है। वहीं नगर के वार्डो में नल की टोटियां खुली रहने से पानी की बर्बादी हो रही है। जिसे लोगों द्वारा ध्यान नही देने से हजारों गेलन पानी बेकार में बह जाता है। ऐसे में पानी की बचत कहां से हो पाएगी. लोगों मेंं जल संरक्षण के प्रति जागरूकता नही होने व जल के दुरूपयोग से भविष्य मेेंं होने वाले जल संकट से भी अनजान है. जानकारी के अनुसार नगर की लगभग 45000 जनसंख्या वाले शहर में प्रति व्यक्ति 135 लीटर के हिसाब से 59.70 लाख लीटर पानी की आवश्यकता पड़ती है।
जबकि नगरपालिका परिषद क्षेत्र में पानी पहुंंचानें 2 पानी टैंकर उपलब्ध है। इस प्रकार शहर की जनसंख्या के हिसाब से लोगों को 39.60 लाख लीटर पानी की कमी से जूझना पड़ रहा है। वहीं राजहरा में लोगों द्वारा उपयोग की जाने वाली पानी के जांच के लिए कोई लैब उपलब्ध नही है. गर्मी की शुरूआत मेें ही जलसंकट गहराने लगा है और गर्मी बढ़ने के साथ ही जल की समस्या भी बढ़ती जा रही है. नगर के साथ ही समीपस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में जलसंकट की यही स्थिति है. नगर में निकाय क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड 11, 12,13, 14,15,16, 17, 20,21 24,26, 27 सहित विभिन्न वार्डो में नल खुलने से कई घंंटे पूर्व ही नल के समीप बर्तनों का कतार लग जाता है।
तपती गर्मी एवं लगातार घट रहे जल स्तर से घरों में खूदे कुएं का पानी पूरी तरह सूख गया है. वहीं वार्डो में स्थित हैंण्ड पंप पानी का जल स्तर नीचे चले जाने के कारण कई हैंडपंप अनुपयोगी साबित हो रहा है. नगर में सर्वाधिक पेय जल संकट की स्थिति गांधी चौक, वार्ड क्रमांक 20, लोडिंग क्वार्टर, वार्ड 13, शहीद चौक वार्ड 14, केम्प 1 पुराना बाजार ऊपरी भाग वाले क्षेत्रों में बनी हुई है।
वार्ड 27 निवासियों ने बताया कि नगर पालिका द्वारा प्रदाय किए जाने वाला पीने का पानी पर्याप्त रूप से दिनभर के उपयोग के लिए नही मिल पाने के कारण उन्हें ग्राम भियरटोला स्थित डेम एवं पटरी पार क्षेत्र से बहकर आने वाले गंदा पानी से निस्तारी करना पड़ता है। गंदे पानी के वजह से उन्हें चर्म रोग से संबंधित बीमारी फैल सकती है।
शहीद चौक निवासी उर्मिला बाई, शकून, खेमिन ने कहा कि भाषण गर्मी में शहर मेंं पेय जल की संकट को देखते हुए नगर पालिका परिषद की ओर से निकाय के समस्त 27 वार्डो में वृहद पेय जल योजना के तहत प्रत्येक घरों में नल कनेक्शन प्रदान किया जाना चाहिए. निकाय के वार्ड क्रमांक 7 एलआईसी कार्यालय के समीप लाखों रूपए से निर्मित तालाब साफ-सफाई के अभाव में खरपतवार से भारा पड़ा हुआ है। वहीं गंदा पानी के कारण निस्तारी की समस्या बनी हुई है।
नगर पंचायत चिखलाकसा में भी पेयजल की समस्या
लौह नगरी दल्लीराजहरा से लगे नगर पंचायत चिखलाकसा में भी पेयजल की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है. नगर पंचायत के मथुरा नगर, बरसा टोला, पटेल नगर, इंदिरा कालोनी, मिल वार्ड में पानी की समस्या गहराती जा रही है. नगर पंचायत के अंतर्गत स्थित अनेक हैंड पंप पानी का जल स्तर काफी नीचे चले जाने के कारण अनुपयोगी साबित हो रहा है. नगर पंचायत अध्यक्ष हितेश्वरी कोठारी ने बताया कि जिन वार्डो में पानी की समस्या होती है. वहां टैंकर के माध्यम से पेय जल की आपूर्ति की जाती है।
कुंड के पानी से पुरी हो सकती है जल की आपूर्ति
नगर में पुराना बाजार स्थित झरन मंदिर का कुंड, कोकान घाट के समीप अविरल बहती झरना एवं कोंडे जाने वाले मार्ग पर स्थित पांच पुल में शुद्ध व मीठे पानी का झरना है. जिसका उपयोग व्यर्थ बहते पानी को पानी टंकी में एकत्रित कर शहर के विभिन्न वार्डों में आपूर्ति की जा सकती है. जिससे वार्डवासियों को पानी की समस्या से निजात मिल सकेगी. इस दिशा में शासन को आगे आकर पहल करना चाहिए।


