अफगानिस्तान में अमेरिका ने आईएस के ठिकानों पर गिराया महा बम
वाशिंगटन ! अमेरिका ने पूर्वी अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत के अछिन जिले में आज आईएसआईएस आतंकवादियों के छिपने के लिए इस्तेमाल की जा रही गुफाओं को निशाना बनाते हुए

अफगानिस्त में गिराया गया जीबीयू-43 बम
आईएस की सुरंगों को बनाया गया निशाना
वाशिंगटन ! अमेरिका ने पूर्वी अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत के अछिन जिले में आज आईएसआईएस आतंकवादियों के छिपने के लिए इस्तेमाल की जा रही गुफाओं को निशाना बनाते हुए सबसे वजनी बम जीबीयू-43 को गिराया। अमेरिका ने अफगानिस्तान में जो बम गिराया, वह सीरिया में बरसाए जा रहे बमों से 21 गुना ज्यादा वजनी है। यह सबसे बड़ा गैर परमाणु बम है जिसका युद्ध क्षेत्र में शायद ही इस्तेमाल किया गया हो। अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन के प्रवक्ता एडम स्टंप ने बताया कि यह पहला मौका है जब अमेरिका ने आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में इतने विशालकाय बम को गिराया है। इसे अमेरिकी लडाकू विमान एमसी-130 से अछिन जिले में इन गुफाओं को निशाना बनाते हुए गिराया है। यह क्षेत्र पाकिस्तानी सीमा के करीब है। इस बम का वजन 9797 किलीग्राम है जो जीपीएस निर्देशित है और इतने विशालकाय होने के कारण इसे सभी बमों की मां कहा गया है। इसका परीक्षण इराकी युद्ध शुरू होने से पहले मार्च 2003 में किया गया था। अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना और अंतरराष्ट्रीय सेनाओं के प्रमुख जनरल जॉन निकॉल्सन ने बताया कि यह बम आईएसआईएस आतंकवादियों के छिपने की गुफाओं और बंकरों को निशाना बनाते हुए गिराया गया जिससे आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने में तेजी से मदद मिलेगी। अभीतक यह पता नहीं चल पाया है कि इस बम से कितना नुकसान हुआ है।
क्या होता है जीबीयू-43
जानकारी के मुताबिक अमेरिकी सुरक्षा बलों ने अफगानिस्तान पर जो बम गिराया है, उसे जीबीयू-43 कहते हैं। इसे मेसिव ऑर्डिनेंस एयर ब्लास्ट (जीबीयू-43) कहते हैं। ये गैर परमाणु बम है, जिसे मदर ऑफ ऑल बम भी कहा जाता है। इससे होने वाले धमाके की शक्ति 11 टन टीएनटी के बराबर होती है। यही नहीं इस बम को किसी भी जगह गिराने के लिए स्पेशल एयरक्राफ्ट की जरूरत होती है।


