सेना कचरे के खिलाफ करेगी युद्ध
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को यहां कहा कि भारतीय सेना ऊंचे पहाड़ों पर कूड़े और कचरे के खिलाफ युद्ध करेगी, जोकि दो अक्टूबर तक जारी रहेगा

कसौली। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को यहां कहा कि भारतीय सेना ऊंचे पहाड़ों पर कूड़े और कचरे के खिलाफ युद्ध करेगी, जोकि दो अक्टूबर तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने सेना को ऊंचे पहाड़ों पर कचरे और पर्यटकों के द्वारा छोड़े गए खाद्य पदार्थो के कूड़े को साफ करने का काम दिया है। यह 15 सितंबर से शुरू होकर 2 अक्टूबर तक जारी रहेगा।
देश की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री ने कहा कि जरूरत पड़ने पर यह कार्य 2 अक्टूबर के बाद भी जारी रह सकता है।
सीतारमण देश की सबसे पुरानी छावनियों में से एक इस पहाड़ी पर्यटन केंद्र में पश्चिमी कमांड की ओर से आठ खुले में शौच से मुक्त छावनियों को पुरस्कार देने यहां आईं थी।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने सभी छावनियों में कचरे के पुनर्चक्रण और अलगाव की पहल की है। देश में कुल 62 छावनियां हैं।
उन्होंने कहा, "छावनी को केवल खुले में शौच से मुक्त नहीं बनाना है बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि कचरे का सही ढंग से सूखे और गीले कचरे में अलगाव हो सके और इसे एकत्रित करके पुनर्चक्रण केंद्र भेजा जाए।"
मंत्री ने कहा, "गीले कचरे को पीने के पानी के तौर पर प्रयोग नहीं किया जा सकता बल्कि इसका प्रयोग अन्य कार्यो के लिए किया जाएगा।"
सीतारमण ने कहा, "यह एक ऐसी चीज है, जिसे पूरे भारत में सतत विकास एजेंडे के तहत दो अक्टूबर के बाद भी किया जाना चाहिए, ताकि हम महात्मा गांधी के जन्म के 150 वर्ष पूरे होने तक अपने लक्ष्य तक पहुंच सकें। छावनी को इसके लिए अलग से 50 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की जाएगी।"


