पुणे हिंसा पर कांग्रेस का सदन से वॉकआउट
महाराष्ट्र के पुणे स्थित भीमा-कोरेगाँव में हुई हिंसा पर कांग्रेस ने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की माँग को लेकर आज जोरदार हंगामा किया

नयी दिल्ली। महाराष्ट्र के पुणे स्थित भीमा-कोरेगाँव में हुई हिंसा पर कांग्रेस ने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की माँग को लेकर आज जोरदार हंगामा किया तथा उनकी माँग स्वीकार नहीं किये जाने पर सदन से बहिर्गमन किया।
विपक्ष के हंगामे के बीच पहले 10 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित करने के बाद दोपहर बाद 12.45 बजे जब कार्यवाही दुबारा शुरू हुई तो कांग्रेस सदस्यों ने फिर शोर-शराबा शुरू कर दिया। कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा “मैं प्रधानमंत्री से जवाब चाहता हूँ। यह काफी गंभीर मामला है। पूरे देश में इस तरह की घटनाएँ हो रही हैं।”
इस पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा “हो गया। न्यायिक जाँच के आदेश दिये जा चुके हैं।” इसके बाद उन्होंने रिवॉल्युशनरी सोशलिस्ट पार्टी के एन.के. प्रेमचंद्रन को नियमों से जुड़ा एक मसला उठाने की अनुमति दे दी। इस पर कांग्रेस के कई सदस्यों ने एक साथ बोलना शुरू कर दिया। वे “सारा महाराष्ट्र जल रहा है,” “हमें न्याय चाहिये” और “प्रधानमंत्री जवाब दो” जैसे नारे लगा रहे थे।
इस बीच खडगे ने कहा “प्रधानमंत्री यहीं हैं। आप उन्हें बुला सकती हैं। उच्चतम न्यायलय के न्यायाधीश से जाँच कराई जानी चाहिये।”
करीब आठ मिनट तक चले हो-हंगामे के बाद भी प्रधानमंत्री के बयान की माँग स्वीकार नहीं किये जाने पर कांग्रेस सदस्य सदन से बाहर चले गये।


