इग्नू की मदद से व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण उच्च शिक्षा से जुड़ेंगे
व्यावसायिक और तकनीकी प्रशिक्षण ढांचे को और मजबूत करने के लिए, कौशल विकास मंत्रालय ने इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के साथ एक समझौता (एमओयू) किया है

नई दिल्ली। व्यावसायिक और तकनीकी प्रशिक्षण ढांचे को और मजबूत करने के लिए, कौशल विकास मंत्रालय ने इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के साथ एक समझौता (एमओयू) किया है। साझेदारी का उद्देश्य व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण को उच्च शिक्षा के साथ जोड़ना है। इससे भारत के युवाओं को बेहतर काम के अवसरों तक पहुंचने के लिए अवसर सृजित करके रोजगार योग्य बनाया जा सकेगा। सहयोग के माध्यम से, छात्रों को अब इग्नू के तीन वर्षीय डिग्री कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर मिलेगा। कार्यक्रम की प्रगति की निगरानी और समीक्षा करने के लिए एमएसडीई और इग्नू दोनों के प्रतिनिधियों के साथ एक परियोजना संचालन समिति होगी।
यह समझौता ज्ञापन 2035 तक व्यावसायिक शिक्षा सहित उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात (जीईआर) को 50 फीसदी तक बढ़ाने के लिए सतत विकास लक्ष्य 4.4 और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप है। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा कि भारत का युवा जनसांख्यिकीय लाभांश इसकी आर्थिक प्रगति का इंजन है और इसे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ कौशल और व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए सार्थक मार्गों तक पहुंच की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य इस दिशा में है, क्योंकि यह हमारे युवाओं को अपेक्षित योग्यताओं के साथ उच्च सामाजिक और आर्थिक गतिशीलता प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री का विजन भारत के युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करना और उन्हें भविष्य के काम की दुनिया के लिए तैयार करना है और यह पहल इसी के अनुरूप है।
प्रारंभिक चरण में, संयुक्त पहल को जल्द से जल्द 32 एनएसटीआई के साथ इग्नू केंद्रों के रूप में घोषित किया जाएगा, जिसमें विदेशी भाषा प्रशिक्षण, कौशल-आधारित स्वास्थ्य शिक्षा, फैशन डिजाइनिंग और बहुत कुछ शामिल हैं।
प्रो नागेश्वर राव, कुलपति, इग्नू ने कहा कि इग्नू इस योजना के सफल कार्यान्वयन के लिए अपने 21 अध्ययन विद्यालयों और 56 क्षेत्रीय केंद्रों के माध्यम से सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगा। इग्नू गुणवत्ता आश्वासन के लिए मानक विकसित करेगा, छात्रों के नामांकन की सुविधा के लिए परामर्श और प्रशिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम विकसित करेगा। यह डिजिटल रूप में स्व-शिक्षण सामग्री (एसएलएम) भी प्रदान करेगा, व्यापक मूल्यांकन करेगा और अपने स्वयं के घटकों के लिए सत्रांत परीक्षा आयोजित करेगा और सफल शिक्षार्थियों को प्रमाण पत्र जारी करेगा।
राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (एनएसटीआई) और विभिन्न आटीआई प्रधान मंत्री कौशल केंद्रों (पीएमकेके) और जन शिक्षण संस्थानों(जेएसएस) से जुड़े प्रशिक्षुओं को इस कार्यक्रम से लाभ होगा, जिसका उद्देश्य इन छात्रों की उध्र्व गतिशीलता बनाना है। साथ ही आजीविका के बेहतर अवसरों के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करना।
साझेदारी के तहत 32 एनएसटीआई 3,000 से अधिक सरकारी आईटीआई, 500 पीएमकेके और लगभग 300 जेएसएस को प्रशिक्षण के लिए पंजीकरण केंद्रों, परीक्षा केंद्रों और कार्य केंद्रों के रूप में इग्नू से जोड़ा जाएगा।


