'वायरस' ने राजनीतिक व्यवस्था को प्रभावित किया : विधायकों के सामूहिक इस्तीफे पर सिब्बल
मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के 22 विधायकों के सामूहिक इस्तीफे और फिर भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान द्वारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि 'वायरस'

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के 22 विधायकों के सामूहिक इस्तीफे और फिर भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान द्वारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि 'वायरस' ने राजनीतिक व्यवस्था को ग्रस्त कर दिया है। इससे पहले भी, सिब्बल ने राज्यसभा में दिल्ली हिंसा को 'सांप्रदायिक वायरस हमला' कहा था।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि, "दसवीं अनुसूची दलबदल की रक्षा करने में सक्षम नहीं है क्योंकि भाजपा ने इस्तीफे के माध्यम से एक अन्य रास्ता निकाल लिया है।"
उन्होंने कहा, "किसी भी पार्टी का सदस्य तब तक इस्तीफा नहीं देता जब तक कि उसे इससे जुड़ा कोई लाभ न मिल रहा हो। यहां तक कि 'फ्लोर टेस्ट' भी फर्जी किया गया है। हम संवैधानिक अराजकता देख रहे हैं।"
सिब्बल ने कहा, "दसवीं अनुसूची 'आया राम गया राम राजनीति' से रक्षा के लिए थी। यह संसद और विधानसभाओं के सदस्यों को क्रॉस वोटिंग या इस्तीफा देने से रोकता है। यह ऐसे सदस्य को अयोग्य घोषित करता है जो स्वेच्छा से राजनीतिक दल की सदस्यता ग्रहण करते हैं।"
कपिल सिब्बल ने आरोप लगाया कि भाजपा इस्तीफे से दलबदल करा रही है, जहां विधायकों को लालच दिया जाता है और कैद में रखा जाता है और हाई सिक्योरिटी के साथ चार्टर्ड फ्लाइट में ले जाया जाता है।


