त्रिपुरा में सत्तारूढ़ गठबंधन दलों के बीच हिंसा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच एक रैली के दौरान हिंसक झड़प में भाजपा के कई कार्यकर्ता घायल हो गये है

अगरतला । त्रिपुरा के धलाई जिले के गंदाचेर्रा में सत्तारूढ़ गठबंधन दल आईपीएफटी की रैली के दौरान उसके कार्यकर्ताओं और गठबंधन साझीदार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच एक रैली के दौरान हिंसक झड़प में भाजपा के कई कार्यकर्ता घायल हो गये है।
राज्य में तीन चरणों में आगामी 27 जुलाई से होने पंचायत चुनाव में दोनों पार्टी के अलग-अलग चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद दोनों पार्टियों के बीच टकराव शुरू हो गया है।
प्राप्त खबरों के अनुसार आईपीएफटी ने स्थानीय बाजार में विरोध रैली निकालने का आयोजन किया था। बाद में पुलिस ने उनकी रैली को रोक दिया। इससे नाराज आईपीएफटी कार्यकर्ता ने हिंसा शुरु कर दी और भाजपा के कार्यालय पर हमला कर दिया। उन्होंने फर्नीचरों को तोड़ दिया और एक मोटरसाइकिल को क्षतिग्रस्त कर दिया। उन्होंने तीन बीएमएस कार्यकर्ताओं पर हमला भी किया।
पुलिस ने दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को काबू में करने के लिए हवा में गोलियां चलायी।
आईपीएफटी नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं के निर्देश पर पुलिस ने गैरकानूनी तरीके से रोका, वे इस मामले के विरोध में भाजपा के पदाधिकारियों के समझ आवाज उठायेंगे। भाजपा ने आरोपों से इंकार किया है।
भाजपा प्रवक्ता नवेंदु भट्टाचार्य कहा, “यह पंचायत चुनाव में गड़बड़ी किये जाने की साजिश का हिस्सा है। भाजपा को छोड़कर कोई भी पार्टी पंचायत चुनावों में अपने उम्मीदवारों का नामांकन करने की स्थिति में नहीं है इसलिए तनाव पैदा किया गया है।”
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष हुए पंचायत उपचुनाव के बाद से भाजपा लोकतांत्रिक माहौल को बहाल करने की कोशिश कर रही है लेकिन दूसरे दलों के कुछ नेता जानबूझकर इसमें बाधा डाल रहे हैं।
आईपीएफटी के प्रवक्ता मंगल देववर्मा ने कहा कि पार्टी के निर्देशानुसार आईपीएफटी तीन स्तरीय पंचायत चुनाव में स्वतंत्र रूप से उम्मीदवार खड़ा करेगी। इस बारे में भाजपा और आईपीएफटी के बीच कोई चर्चा नहीं हुई है। हमने मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए 25 प्रतिशत सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करने का निर्णय लिया है।
भाजपा की पंचायत चुनाव समिति के अध्यक्ष रतन लाल नाथ ने कहा कि भाजपा ने पहले ही ग्राम पंचायतों की सभी छह हजार 111 सीटों, पंचायत समितियों की 419 सीटों और जिला परिषद की 1111 सीटों पर उम्मीदवार तय कर लिए थे। श्री नाथ ने कहा, “हम पंचायत चुनाव में आईपीएफटी के साथ कोई गठबंधन नहीं किया है और वे अकेले चुनाव लड़ने के लिए स्वतंत्र हैं।”


