मध्यप्रदेश में शांति के साथ 'गांव बन्द' आंदोलन जारी
विभिन्न किसान संगठनों के आह्वान पर एक से 10 जून तक चलने वाले 'गांव बन्द' आंदोलन के चौथे दिन आज मध्यप्रदेश में शांति कायम है

भोपाल। विभिन्न किसान संगठनों के आह्वान पर एक से 10 जून तक चलने वाले 'गांव बन्द' आंदोलन के चौथे दिन आज मध्यप्रदेश में शांति कायम है।
प्रदेश पुलिस मुख्यालय के साथ ही जिला स्तर पर भी पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क बना हुआ है। हालांकि राज्य के मालवा और निमाड़ अंचल में विशेष ऐहतियात बरती जा रही है। इन्दोर, मंदसौर, नीमच, रतलाम, खरगौन और आसपास के जिलों से अभी तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह और प्रदेश पुलिस मुख्यालय स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है। जिला पुलिस से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश भी पुलिस मुख्यालय लगातार दे रहा है। डेढ़ दर्जन संवेदनशील जिलों में ऐहतियात के तौर पर अतिरिक्त पुलिस बल भी दिया गया है।
मंदसौर जिले के पिपल्यामंडी में पिछले साल जून माह के पहले सप्ताह में पुलिस की गोली से मारे गए छह किसानों की पहली बरसी के मौके पर कांग्रेस ने छह जून को पिपल्यामंडी में श्रद्धांजलि सभा रखी है। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी आएंगे। इस आयोजन के मद्देनजर भी प्रशासन सतर्क है।
इस बीच लगातार चौथे दिन प्रदेश में शांति कायम है और सब्जियां, दूध और फलों की उपलब्धता लगभग आम दिनों जैसी बनी हुयी है। लेकिन आवक में कुछ कमी आने से भाव बढ़ गए है।
प्रदेश के बैतूल जिले में मुलताई सब्जी मंडी में किसानों को किसान आंदेालन में शामिल होकर सब्जी बेचने नहीं लाने के लिए उकसाने वाले एक कांग्रेस नेता के खिलाफ पुलिस ने प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है। पुलिस द्वारा प्रस्तुत प्रकरण पर एसडीएम राजेश शाह ने सुनवाई कर कांग्रेस नेता और किसान बलराम बारंगे को 4 जून को कोर्ट में उपस्थित होकर 30 हजार रुपए का बांड भरने के आदेश दिए है। वहीं एसडीएम श्री शाह ने एक ग्राम पंचायत के पटेल जगदीश दोडक़े को भी सोशल मिडिया पर भेजे गए आंदोलन से संबंधित संदेश को दृष्टिगत रखते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
फसलों के दाम बढ़ाने, कर्ज माफी, किसानों के विरुद्ध दर्ज प्रकरणों को वापस लेने और मंदसौर जिले में गत वर्ष हुए गोली कांड की जांच के लिए गठित आयोग की रिपोर्ट सार्वजनिक करने जैसी मांगो को लेकर दस दिवसीय 'ग्राम बन्द' आंदोलन शुरू किया गया है। इसके तहत किसानों से मंडी में उपज विक्रय के लिए नहीं लाने का आह्वान किया गया है।
नीमच जिला कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि सभी संवेदनशील इलाकों में पर्याप्त मात्रा में प्रशासनिक और पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पुलिस अधीक्षक तुषारकान्त विद्यार्थी ने कहा कि जिले में स्थिति सामान्य है। आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई और उपलब्धता बराबर है और नागरिकों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
कमोवेश यही हालात मंदसौर, रतलाम और अन्य जिलों में है। प्रदेश पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी के अनुसार पुलिस प्रशासन राज्य के सभी 51 जिलों में नजर रखे हुए है। संवेदनशील माने जाने वाले जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर भी नजर रखी जा रही है।


