रेलवे अधिकारी बनकर लड़कियों से लाखों की ठगी,आरोपी मडगांव गोवा से गिरफ्तार
रायपुर ! रेलवे अधिकारी बनकर भोली भाली युवतियों से दोस्ती और फिर उन्हें शादी का प्रलोभन देकर अनाचार तथा ठगी करने वाले जालसाज को पुलिस ने गोवा से गिरफ्तार किया है।

रायपुर ! रेलवे अधिकारी बनकर भोली भाली युवतियों से दोस्ती और फिर उन्हें शादी का प्रलोभन देकर अनाचार तथा ठगी करने वाले जालसाज को पुलिस ने गोवा से गिरफ्तार किया है। इस दौरान आरोपी के पास से पुलिस ने सात हजार रुपए नगद, 5 नग मोबाइल फोन, 5 नग एटीएम कार्ड, आईडी कार्ड, सीम कार्ड तथा वस्तुएं बरामद की है।
बताया गया कि आमानाका क्षेत्र की निवासी एक युवती से आरोपी मैट्री मोनियल साइट के माध्यम से संपर्क में आया। उसने युवती से दोस्ती की और फिर शादी का झांसा देकर युवती के साथ अप्राकृतिक कृत्य किया। इस दौरान वह उससे 2 लाख पचार हजार रुपए की ठगी कर फरार हो गया। इधर पीडि़ता को जब तक यह एहसास होता आरोपी उससे ढाई लाख रुपए की ठगी कर फरार हो चुका था। उधर, पीडि़ता ने घटना की शिकायत आमानाका थाने में की थी। जिस पर अपराध पंजीबद्घ कर मामले की विवेचना कर रही थी। पुलिस ने बताया कि अपराध पंजीबद्घ होने के बाद पुलिस आरोपी की तलाश लगातार जुटी हुई थी। बताया गया कि आरोपी युवतियों को मोहजाल में फंसाने के बाद हमेशा गलत पता ठिकाना बताया करता था। इस आधार पर पुलिस की टीम भोपाल, उज्जैन, रतलाम, मुम्बई, वापी बडौदरा, सूरत में उसके संबंध में पता लगाने में जुटी हुई थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी हमेशा युवतियों को फंसाने के लिए अपने आपको रेलवे का अधिकारी बताया करता था। इस दौरान वह रेलवे प्रबंधन के खिलाफ ट्वाट भी किया करता है। वह जब भी ट्रेन में सफर करता वह इस तरह के ट्वीट किया करता था। इधर आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस को रतलाम में डीसीएम से संपर्क करने पर सफलता हाथ लगी। उन्होंने आरोपी के 30 जनवरी को रेलवे रिटायरिंग रूम में रूकने तथा वहां हंगामा करने के संदर्भ में जानकारी दी थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने मेट्रीमोनियल साइट में अपना अकाऊंट बना रखा था। जिससे वह लड़कियों एवं उनके परिजनों से संपर्क किया करता था। आरोपी जब भी शादी की बात आती अथवा युवती के द्वारा दबाव बनाया चाता परिजनों के विदेश में रहने का हवाला देकर टाल जाया करता था। इस दौरान वह उनसे किसी न किसी बहाने से लाखों रुपए ऐंठ ले लेता और ठगी कर फरार हो जाता था। पुलिस ने बताया कि आरोपी एक स्थान में तीन से चार दिन से अधिक समय तक नहीं ठहरता था। इधर उसकी तलाश में जुटी पुलिस को उसके वापी (गुजरात) में होने का लोकेशन मिला। जिस पर तत्काल राजधानी पुलिस की टीम रवाना हो गई लेकिन जब तक पुलिस वापी पहुंचती वह वापी से मुम्बई चला गया था। इस दौरान उसने ट्वीटर पर आर्यन एकाऊंट से रेलवे प्रशासन के खिलाफ ट्वीट किया था। उसने नेत्रावती एक्सप्रेस कैटरिंग के खिलाफ ट्वीट किया था। जिस पर पीएनआर नंबर था। इसके बारे में पता करने पर पुलिलस को एअग्रवाल नाम से मुण्डेश्वर टिकट कटाया था। पुलिस ने आरपीएफ की मदद से उसे मडगांव गोवा उतरवाया और उससे पूछताछ की तो उसने नाम बार-बार बदला। जिस पर पुलिस आरोपी की पहचान कराने के लिए उसे लेकर राजधानी ले आई। यहां पर पीडि़ता के द्वारा पहचान किए जाने पर आरोपी नाम आर्यन अग्रवाल बताया पुलिस ने मामले में उसके खिलाफ धारा 376, 377, 420 के तहत अपराध पंजीबद्घ कर लिया।
आरोपी सुपरवाइजर से बना जालसाज
कुंआरी युवतियों को रेलवे का अधिकारी बनकर ठगने वाला आरोपी आर्यन अग्रवाल 9 साल तक रेलवे के केटरिंग में सुपरवाइजर पद में काम कर चुता था। उसने हाल में 6 माह पूर्व ही नौकरी छोड़ी थी। इस दौरान रेलवे तथा ट्रेनों में सफर के दौरान अच्छी जानकारी थी।
आठ प्रदेशों में लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाया था
पुलिस ने बताया कि कुंआरी कन्याओं को रेलवे अधिकारी बनकर फंसाने वाले आरोपी ने आठ प्रदेशों में दिल्ली, रतलाम, बरगड़, वापी, मुम्बई, कोटा, सिकंदराबाद, कोलकाता आदि शहरों में लड़कियों के साथ ठकी की।


