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उपराष्ट्रपति पहुंचे गया, विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना कर किया पिंडदान, अर्पण

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बिहार के एक दिन के दौरे के पहले चरण में शुक्रवार को गया पहुंचे।

उपराष्ट्रपति पहुंचे गया, विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना कर किया पिंडदान, अर्पण
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गया । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बिहार के एक दिन के दौरे के पहले चरण में शुक्रवार को गया पहुंचे। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और राज्य के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने हवाईअड्डे पर उपराष्ट्रपति की अगवानी की।

उपराष्ट्रपति गया हवाईअड्डा से सीधे विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की और अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान और तर्पण किया। उपराष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी सुदेश धनखड़ भी हैं।

पितृपक्ष मेले की शुरुआत बुधवार से हुई है। सनातन धर्म में पितरों (पूर्वजों) की आत्मा की शांति और मुक्ति के लिए गया में पिंडदान को एक अहम कर्मकांड माना जाता है। बिहार का गया इसके लिए सर्वोत्तम स्थान माना गया है।

भाद्रपद महीने के कृष्णपक्ष के 15 दिन को 'पितृपक्ष' कहा जाता है। इस पखवारे में लोग अपने पूर्वजों की मृतात्माओं की मुक्ति के लिए पिंडदान करते हैं। उपराष्ट्रपति यहां से राजगीर जाएंगे, जहां वे नालंदा विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत करेंगे।

। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बिहार के एक दिन के दौरे के पहले चरण में शुक्रवार को गया पहुंचे। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और राज्य के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने हवाईअड्डे पर उपराष्ट्रपति की अगवानी की।

उपराष्ट्रपति गया हवाईअड्डा से सीधे विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की और अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान और तर्पण किया। उपराष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी सुदेश धनखड़ भी हैं।

पितृपक्ष मेले की शुरुआत बुधवार से हुई है। सनातन धर्म में पितरों (पूर्वजों) की आत्मा की शांति और मुक्ति के लिए गया में पिंडदान को एक अहम कर्मकांड माना जाता है। बिहार का गया इसके लिए सर्वोत्तम स्थान माना गया है।

भाद्रपद महीने के कृष्णपक्ष के 15 दिन को 'पितृपक्ष' कहा जाता है। इस पखवारे में लोग अपने पूर्वजों की मृतात्माओं की मुक्ति के लिए पिंडदान करते हैं। उपराष्ट्रपति यहां से राजगीर जाएंगे, जहां वे नालंदा विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत करेंगे।


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