आरआरटीएस कॉरिडोर के 17 किमी लंबे प्रायोरिटी सेक्शन पर वायाडक्ट निर्माण कार्य हुआ पूरा
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के 17 किमी लंबे प्रायोरिटी सेक्शन पर वायाडक्ट का निर्माण कार्य शुक्रवार को पूरा कर लिया गया है

गाजियाबाद। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के 17 किमी लंबे प्रायोरिटी सेक्शन पर वायाडक्ट का निर्माण कार्य शुक्रवार को पूरा कर लिया गया है। लॉन्चिंग गैन्ट्री (तारिणी) द्वारा गर्डर का आखिरी सेगमेंट लिफ्ट करके पिलर पर फिट किया गया जिसके साथ ही साहिबाबाद से दुहाई के बीच के प्रायोरिटी सेक्शन तक के वायडक्ट का निर्माण पूर्ण हो गया। यह आरआरटीएस ट्रेनों के क्रियान्वयन की दिशा में एक अहम कदम है।
एनसीआरटीसी ने प्रायोरिटी सेक्शन में अगले वर्ष मार्च 2023 में तथा पूरे कॉरिडोर पर वर्ष 2025 में आरआरटीएस ट्रेनें संचालित करने का लक्ष्य रखा है। एनसीआरटीसी अगले महीने के अंत तक प्रायोरिटी सेक्शन में आरआरटीएस ट्रेनों का ट्रायल रन आरंभ करने की तैयारी कर रहा है।
आरआरटीएस की 2 ट्रेनें गुजरात के सावली स्थित मैन्यूफैक्च रिंग प्लांट से दुहाई डिपो पहुँच चुकी हैं तथा वर्तमान में, उनकी विभिन्न डायनेमिक और स्टेटिक टेस्टिंग की जा रही है। 17 किमी लंबे इस प्रायोरिटी सेक्शन में 4 विशेष स्टील स्पैन भी स्थापित किए गए हैं। इनमें एक 73 मीटर लंबा स्पेशल स्पैन रेलवे की मुख्य रेललाइन पर वसुंधरा में, 150 मीटर लंबा एक स्टील स्पैन गाजियाबाद स्टेशन के पास और दो 45 मीटर लंबे स्टील स्पैन दुहाई डिपो की ओर जा रहे आरआरटीएस वायाडक्ट के लिए बनाए गए हैं।
साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक के 17 किमी प्रायोरिटी सेक्शन में निर्माण कार्य दो पैकेज में किया जा रहा है। पैकेज-1 में साहिबाबाद से गाजियाबाद स्टेशन से पहले तक का हिस्सा है और इस हिस्से में वायाडक्ट का निर्माण कार्य पहले ही पूर्ण हो चुका है। पैकेज-2 में गाजियायाद स्टेशन से दुहाई डिपो तक का क्षेत्र है। आज इस पैकेज में भी वायाडक्ट का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया।
इस वायाडक्ट पर ट्रैक बिछाने, ओएचई और सिग्नलिंग का कार्य भी तेजी से प्रगति कर रहा है। अब तक इस वायाडक्ट पर लगभग 27 ट्रैक किलोमीटर (लगभग 13.5 किमी का वायाडक्ट) का काम और लगभग 35 प्रतिशत ओएचई के इंस्टॉलेशन का काम पूरा कर लिया गया है।


