वेंकैया नायडू ने सदन का कामकाज सुचारु से संचालित करने के लिए सभी दलों से की अपील
राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने संसद के बजट सत्र के दौरान सदन का कामकाज सुचारु से संचालित करने के लिए रविवार को सभी प्रमुख राजनीति दलों के नेताओं के साथ बैठक की और उनसे सहयोग की अपील की

नयी दिल्ली। राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने संसद के बजट सत्र के दौरान सदन का कामकाज सुचारु से संचालित करने के लिए रविवार को सभी प्रमुख राजनीति दलों के नेताओं के साथ बैठक की और उनसे सहयोग की अपील की।
Rajya Sabha Chairman, Shri M. Venkaiah Naidu meeting the Leaders of Parties in Rajya Sabha, at Upa-Rashtrapati Nivas today. #RajyaSabha pic.twitter.com/LHtsK0lMKE
उप राष्ट्रपति निवास पर आयोजित की गयी इस बैठक में राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, सदन के नेता थावरचंद गेहलाेत, विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, संसदीय कार्यमंत्री प्रल्हाद जोशी, आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, रेल मंत्री पीयूष गोयल, भारतीय जनता पार्टी के भूपेंद्र यादव, जनता दल (सेक्यूलर) के एच. डी़ देेवेगौडा, कांग्रेस के आंनद शर्मा और जयराम रमेश, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, तेलंगाना राष्ट्र समिति के के. केशव राव, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के ए. विजय साई रेड्डी, द्रविड मुनेत्र कषगम के तिरुचि शिवा, बीजू जनता दल के प्रसन्ना आचार्य, अन्ना द्रविड मुनेत्र कषगम के ए. नवनीत कृष्णन,राष्ट्रीय जनता दल के प्रेमचंद गुप्ता , आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के इलावरम करीम और तेलुगू देशम पार्टी के कनकमेदला रविंद्र कुमार मौजूद थे।
सूत्रों ने रविवार को यहां बताया कि सभी नेताओं ने सदन संचालन में पूरा सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में तय किया गया कि बजट सत्र के पहले चरण में राज्यसभा की अंतिम बैठक 13 फरवरी को हाेगी। पहले यह 15 फरवरी को तय थी।
बैठक के दौरान के नायडू ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव और बजट पर चर्चा के लिए अधिक समय देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इन दोनों मुद्दों पर सदस्यों अपने मांगों और सुझावों को बेहतर तरीकें से रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि विधेयक पेश करते या जवाब देते समय मंत्रियों को संक्षिप्त वक्तव्य की कला सीखनी चाहिए जिससे सदस्यों को अधिक से अधिक बोलने का मौका मिल सके। बैठक में छोटी पार्टियों को अधिक समय आवंटित करने पर भी विचार किया गया।


