एससी-एसटी एक्ट में बदलाव के विरोध में दलित संगठनों का गुस्सा
एससी-एसटी एक्ट में बदलाव के विरोध में दलित संगठनों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है।

नई दिल्ली। एससी-एसटी एक्ट में बदलाव के विरोध में दलित संगठनों का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। कई राज्यों से इसके विरोध में आवाज़ सुनाई दे रही है। तमिलनाडु में भी कोर्ट के फैसले के खिलाफ जगह जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
आज भी कई संगठनों ने रेल रोको आंदोलन किया है। इनकी मांग है कि कोर्ट अपना फैसला वापस ले, वहीं लोगों की नाराज़गी को देखते हुए सूबे की सरकार ने सुप्रीम में पुनर्विचार याचिका दायर करने की बात कही है।

पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी एक्ट में बदलाव करते हुए मामले में तुरंत गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी। साथ ही अग्रिम ज़मानत को भी मंजूरी दी थी।
कोर्ट के इस फैसले के बाद से ही पूरे देश में दलितों का गुस्सा भड़क उठा है। आए दिन किसी न किसी राज्य से इसके विरोध में प्रदर्शन की खबरें आ रही हैं,. वहीं अब तमिलनाडु में भी कई संगठनों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हाथों से बैनर और पोस्टर लिए ये लोग आज इसके विरोध में सड़क पर उतरे और केंद्र को दलित विरोधी बताते हुए ज़ोरदार नारे लगाए। इनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने एक्ट में जो बदलाव किया है उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों के मुताबिक इस फैसले से कानून को कमज़ोर करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।
वहीं लोगों के गुस्से को देखते हुए सूबे की सरकार ने भी फैसले पर दोबारा विचार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करने का निर्णय लिया है।


