वाल्मीकि समाज का राष्ट्र और समाज के हित में बड़ा योगदान : विजय देवांगन
अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा धमतरी द्वारा वाल्मीकि जयंती समारोह का आयोजन 2 नवंबर सोमवार को नगर पालिक निगम समुदायिक भवन के पीछे विंध्यवासिनी वार्ड में किया गया

धमतरी। अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा धमतरी द्वारा वाल्मीकि जयंती समारोह का आयोजन 2 नवंबर सोमवार को नगर पालिक निगम समुदायिक भवन के पीछे विंध्यवासिनी वार्ड में किया गया। कार्यक्रम के मुख्यातिथि महापौर विजय देवांगन थे। अध्यक्षता सभापति अनुराग मसीह ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में सुशीला देवी वाल्मीकि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा छत्तीसगढ़, संजय डागौर पार्षद एवं प्रदेश अध्यक्ष अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा, पार्षद कमलेश सोनकर, राजेश पांडे, ज्योति वाल्मीकि, चोवाराम वर्मा, दीपक सोनकर, जयदीप ऐंदवान रायपुर अध्यक्ष रायपुर वाल्मीकि महासभा, सूरज वाल्मीकि, जितेंद्र वाल्मीकि कांकेर अध्यक्ष वाल्मीकि महासभा, राजकुमार डग्गर, योगेश डग्गर बेमेतरा अध्यक्ष वाल्मीकि महासभा, ईश्वर देवांगन, तनवीर कुरैशी रहें। दीप प्रज्वलित कर महर्षि वाल्मीकि के छायाचित्र पर माल्यार्पण करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। समाज के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं एवं समाज में अनुकरणीय योगदान देने वालों को प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
नगर के प्रथम नागरिक महापौर विजय देवांगन ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने महाकाव्य रामायण महाग्रंथ की रचना भगवान राम के जन्म के 60 हजार वर्ष पहले कर दी थी। वाल्मीकि समाज का राष्ट्र, समाज हित में बड़ा योगदान रहा है। इस समाज के ही मेहनत और लगन है कि आज हमारा धमतरी नगर निगम स्वच्छता मे प्रथम स्थान पर आया है। इसके लिए मैं सफाई मित्र के रूप में कार्यरत अपने सभी भाइयो एवं बहनों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित करता हु। साथ ही समाज के प्रतिभावान छात्र छात्राओं का उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं। समाज के मांग पर महापौर देवांगन ने महापौर निधि से 5 लाख रुपये की घोषणा समाज के सर्वांगीण विकास के लिए किया गया।
इस अवसर पर प्रदेश संरक्षक कामता गोदरे, जिला संरक्षक अमित कछवाह, जिला अध्यक्ष अविनाश मारोठे, उपाध्यक्ष त्रिलोक एदेवान, सचिव विकास करोसिया, मनीष महरोलिया, कोषाध्यक्ष जितेंद्र वाल्मीकि, तिलक चौहान, प्रचार मंत्री मनीष तेजी, देवेंद्र बघेल, मंच संचालक विशाल वाल्मीकि, मुख्य सलाहकार रामकुमार कुछवाह, पवन कुछवाह, दीपक नाग, पेमेन्द प्रकाश ऐदवान, सुदेश ज्ञारसर, सुरेंद्र महरोलिया, भागवत वाल्मीकि, निर्मल, मोरध्वज, करोसिया लच्छू मारोठे, हरिशंकर चौहान, विक्की मारोठे भिखू मारोठे, संतोष कुछवाह, सुरेश कुछवाह, अकाश मारोठे, ओमप्रकाश डागौर सहित वाल्मीकि समाज के लोग मौजूद थे।


