उत्तराखंड : विहिप-बजरंग दल का प्रदर्शन, बांग्लादेश के खिलाफ की नारेबाजी, फूंका पुतला
उत्तराखंड के रामनगर में मंगलवार को रानीखेत रोड पर विश्व हिंदू परिषद् (विहिप) एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में कथित तौर पर हिन्दू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया और कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उसका पुतला दहन किया

रामनगर में विहिप–बजरंग दल का प्रदर्शन, बांग्लादेश के खिलाफ नारेबाजी कर फूंका पुतला
रामनगर। उत्तराखंड के रामनगर में मंगलवार को रानीखेत रोड पर विश्व हिंदू परिषद् (विहिप) एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में कथित तौर पर हिन्दू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया और कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उसका पुतला दहन किया।
विहिप के जिला धर्म प्रचारक प्रमुख हृदयेश शर्मा ने प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में जिहादी मानसिकता लगातार बढ़ती जा रही है, जिसका सीधा निशाना वहां का हिन्दू अल्पसंख्यक समाज बन रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि हाल के दिनों में जिस तरह की घटनाएं सामने आई हैं, उसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
शर्मा ने कहा कि बांग्लादेश में एक हिन्दू युवक को नग्न अवस्था में घुमाने के बाद पेड़ से बांधकर उसकी हत्या किए जाने की घटना न केवल अमानवीय है, बल्कि पूरे मानव समाज को शर्मसार करने वाली है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल इस तरह की जिहादी मानसिकता को किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि देश के जिस भी हिस्से में जिहादी मानसिकता पनपेगी, उसका संगठनात्मक स्तर पर विरोध किया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यदि आईपीएल या किसी अन्य खेल प्रतियोगिता में भारत में बांग्लादेश के खिलाड़ी भाग लेते हैं, तो इसका भी विरोध किया जाएगा।
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार से इस पूरे मामले में कड़ा रुख अपनाने और बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए।
कार्यकर्ताओं ने दो टूक कहा कि जिहादी मानसिकता के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा और हिन्दू समाज की सुरक्षा एवं सम्मान के लिए वे सड़क से संसद तक आवाज उठाते रहेंगे।


