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चमोली में बड़ा हादसा: विष्णुगाड़-पीपलकोटी परियोजना की सुरंग में दो ट्रालियां टकराईं, 100 घायल

उत्तराखंड के चमोली जिले में अलकनंदा नदी पर टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कार्पोरेशन (टीएचडीसी) की निर्माणाधीन विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना स्थल पर मंगलवार रात बड़ा हादसा हो गया

चमोली में बड़ा हादसा: विष्णुगाड़-पीपलकोटी परियोजना की सुरंग में दो ट्रालियां टकराईं, 100 घायल
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ब्रेक फेल होने से हुई दुर्घटना, घायलों में अधिकांश बिहार, ओडिशा और झारखंड के मजदूर

  • गोपेश्वर और पीपलकोटी अस्पतालों में घायलों का इलाज जारी
  • जिलाधिकारी और एसपी ने मौके पर पहुँचकर लिया स्थिति का जायजा

गोपेश्वर (चमोली)। उत्तराखंड के चमोली जिले में अलकनंदा नदी पर टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कार्पोरेशन (टीएचडीसी) की निर्माणाधीन विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना स्थल पर मंगलवार रात बड़ा हादसा हो गया। सुरंग में कर्मचारियों और मजदूरों के आवागमन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दो ट्रालियां (लोको ट्रेन) आपस में टकराकर पलट गईं। इस दुर्घटना में 100 से अधिक लोग घायल हो गए।

दुर्घटना का समय और संभावित कारण

हादसा मंगलवार रात करीब साढ़े नौ बजे हुआ। ट्रालियों में कुल 110 इंजीनियर, कर्मचारी और श्रमिक सवार थे। काम खत्म कर लौट रहे कर्मचारियों की ट्राली से सामान ला रही दूसरी ट्राली टकरा गई। प्रारंभिक जांच में ब्रेक फेल होना दुर्घटना का कारण बताया जा रहा है।

घायलों का उपचार और स्थिति

42 घायलों को जिला अस्पताल गोपेश्वर में भर्ती कराया गया। 17 घायलों का इलाज विवेकानंद अस्पताल पीपलकोटी में चल रहा है। अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। दो घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों में अधिकांश मजदूर बिहार, ओडिशा और झारखंड से हैं।

टीएचडीसी की 448 मेगावाट क्षमता वाली विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना का निर्माण एचसीसी कंपनी कर रही है। हाट गांव से हेलंग तक 13.5 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाई जा रही है, जिसमें से सात किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है। सुरंग निर्माण का कार्य पिछले दस वर्षों से चल रहा है और इसमें करीब दो हजार कार्मिक दिन-रात काम कर रहे हैं।

हादसे के बाद जिलाधिकारी गौरव कुमार और एसपी सुरजीत सिंह पंवार रात में ही जिला चिकित्सालय पहुँचे और घायलों का हाल जाना। एचसीसी कंपनी के परियोजना प्रबंधक विनोद सिंह ने कहा कि एक ही ट्रैक पर दो ट्रालियों का चलना गंभीर लापरवाही है और इसकी जांच की जा रही है।


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