हरीश रावत बोले - एसआईआर पर इंडिया ब्लॉक पूरी तरह एकजुट
मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है

राहुल गांधी के साथ सभी सहयोगी दल खड़े: कांग्रेस नेता का दावा
- उमर अब्दुल्ला और सुप्रिया सुले के बयान पर रावत ने दी सफाई
- संसद में विपक्ष ने एसआईआर मुद्दे पर दिखाया सामूहिक रुख
- बिहार की हार के बावजूद गठबंधन की एकता बरकरार: हरीश रावत
देहरादून। मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। इस बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने मंगलवार को दोहराया कि एसआईआर पर विपक्षी गठबंधन एक है। कांग्रेस और गठबंधन के साथ सभी सदस्य राहुल गांधी के साथ हैं।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) की नेता सुप्रिया सुले के हालिया बयान ने विपक्षी एकजुटता पर सवाल खड़ा कर दिया। जहां एक ओर उमर अब्दुल्ला ने वोटचोरी के मुद्दे को कांग्रेस का मुद्दा बताया और कहा कि इंडिया गठबंधन का इस मुद्दे से कोई लेना-देना नहीं है, वहीं दूसरी तरफ सुप्रिया सुले ने ईवीएम पर भरोसा होने की बात कही।
हरीश रावत ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "एसआईआर को लेकर जो सवाल उठे हैं, 'इंडिया' ब्लॉक में शामिल दलों ने सामूहिक तरीके से उठाए हैं। आगे भी हम सर्वसम्मति से सामूहिक निर्णय लेंगे। 'इंडिया' ब्लॉक में शामिल दल कहीं से भी अलग-थलग नहीं हैं। सभी सहयोगी हैं।"
उन्होंने कहा, "संसद में भी सभी ने देखा होगा कि एसआईआर के मुद्दे पर सभी राजनीतिक दल एक साथ थे। इसमें फारूख अब्दुल्ला की पार्टी के सांसद भी थे और सुप्रिया सुले भी थीं। उन्होंने किन परिस्थितियों में ऐसा कहा है, उसके बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता। उनके पूरे बयान और उन परिस्थितियों को देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। मैं इतना जरूर कहूंगा कि वे सम्मानित नेता हैं, जो भी निर्णय हम आगे लेंगे, वो सामूहिक लेंगे।"
हरीश रावत ने कहा, "सभी लोग राहुल गांधी के साथ हैं। पार्टी के लोग भी और गठबंधन के साथी भी उनके साथ हैं। हम समझते हैं कि बिहार की हार के बावजूद हमारे गठबंधन की एकता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। संसद के शीतकालीन सत्र में पूरे देश के लोगों ने इसे देखा है। आगे भी हम एक ही रहेंगे।"


