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हल्द्वानी : उत्तराखंड में खाई में पलटी स्कूल बस, 12 से ज्यादा बच्चे घायल, चालक पर लापरवाही का आरोप

उत्तराखंड के हल्द्वानी के लालकुआं कोतवाली क्षेत्र के बरेली रोड पर जयपुर बीसा गांव में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। निजी स्कूल की एक बस, जिसमें बच्चे सवार थे, दूसरी बस को साइड देने के चक्कर में अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खाई में पलट गई। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख पुकार मच गई

हल्द्वानी : उत्तराखंड में खाई में पलटी स्कूल बस, 12 से ज्यादा बच्चे घायल, चालक पर लापरवाही का आरोप
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उत्तराखंड में भीषण सड़क हादसा : खाई में गिरी स्कूल बस, 12 से ज्यादा बच्चे घायल

हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी के लालकुआं कोतवाली क्षेत्र के बरेली रोड पर जयपुर बीसा गांव में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। निजी स्कूल की एक बस, जिसमें बच्चे सवार थे, दूसरी बस को साइड देने के चक्कर में अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खाई में पलट गई। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख पुकार मच गई।

इसके बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बस का शीशा तोड़कर सभी बच्चों को बाहर निकाला, जिसमें 12 से ज्यादा बच्चे घायल हो गए। घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। बस चालक और परिचालक को भी गंभीर चोटें आई हैं।

हादसा मोटाहल्दू क्षेत्र के पदमपुर देवलिया गांव के पास हुआ, जहां बस रामपुर रोड से बच्चों को स्कूल ले जा रही थी। घटनास्थल स्कूल के नजदीक होने की वजह से स्थानीय लोगों ने निजी वाहनों से घायलों को हल्द्वानी के निजी अस्पताल पहुंचाया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दो स्कूल बसें चौराहे के पास साइड ले रही थीं। इस दौरान एक बस ज्यादा किनारे चली गई और खाई में पलट गई। हादसे की सूचना मिलते ही क्षेत्र के अभिभावक चिंता में पड़ गए और स्कूल पहुंचकर अपने बच्चों की कुशलक्षेम पूछने लगे।

ग्राम प्रधान रमेश चंद्र जोशी ने हादसे के लिए बस चालकों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने बताया कि बस में करीब 40 बच्चे सवार थे, जिनमें से 12 से ज्यादा घायल हुए।

प्रधान ने कहा, "इस क्षेत्र के बस चालक अक्सर नशे की हालत में गाड़ी चलाते हैं। पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।"

उन्होंने बताया कि हादसे वाली जगह पर नाला है, लेकिन शुक्र है कि नाले में पानी नहीं था, वरना कई बच्चों की जान जा सकती थी।

वहीं, ग्राम प्रधान ने जिला प्रशासन पर भी निशाना साधा। उनका कहना है कि इतने बड़े हादसे के बाद भी प्रशासन मौके पर नहीं पहुंचा। स्थानीय लोगों ने ही घायलों को बचाकर अस्पताल भेजा। इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है और लोगों ने स्कूलों में सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करने की मांग उठाई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।


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