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पंडित छन्नूलाल मिश्र का पार्थिव शरीर पहुंचा वाराणसी, राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

पंडित छन्नूलाल मिश्र ने गुरुवार को 91 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। मिर्जापुर स्थित पुत्री के आवास पर उनका निधन हुआ

पंडित छन्नूलाल मिश्र का पार्थिव शरीर पहुंचा वाराणसी, राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
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वाराणसी। पंडित छन्नूलाल मिश्र ने गुरुवार को 91 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। मिर्जापुर स्थित पुत्री के आवास पर उनका निधन हुआ। दोपहर लगभग एक बजे उनका पार्थिव शरीर वाराणसी के छोटी गैबी स्थित उनके आवास पहुंचा, जहां श्रद्धांजलि देने वालों की कतार लग गई।

आयुष मंत्री दया शंकर मिश्रा, जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल और पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह भी पुष्पांजलि देने पहुंचे।

इस दौरान जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि पंडित छन्नूलाल का जाना संगीत जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर किया जाएगा।

छन्नूलाल मिश्र को उत्तर प्रदेश सरकार से कई पुरस्कार मिले थे। शास्त्रीय संगीत के अलावा उन्होंने हिंदी फिल्म 'आरक्षण' में गाना गाया। यह गीत फिल्म अभिनेता सैफ अली खान और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण पर फिल्माया गया था।

आज देशभर में उनके सैकड़ों शिष्य हैं। वे देश-विदेश में कई कार्यक्रमों का हिस्सा रहे।

पंडित छन्नूलाल मिश्र ने एक बार बताया था कि उनका बचपन बहुत गरीबी में बीता। पिताजी 10 रुपए का मनीऑर्डर देते थे। इतने पैसे में कुछ दिनों तक 14 लोग खाना खाते थे। दाल-चावल के लिए तरस जाते थे, रोटी और इमली की चटनी खाकर हमने रियाज किया। इस पर पिताजी मारते थे, ठीक से गाओ, नाम कैसे होगा।

वह कहते थे, "जब से अंग्रेजी आई, तब से उत्तर प्रदेश की संस्कृति नष्ट हो गई। संगीत, साहित्य, और कला, इन्हीं तीनों से संस्कृति बनती है। अंग्रेजी आने से हमारी संस्कृति में कमी आई।"


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