गाजियाबाद में एसआईआर प्रक्रिया 44 प्रतिशत पूरी, रविवार को भी काम करेंगे बीएलओ
गाजियाबाद में एसआईआर की प्रक्रिया जोरशोर से चल रही है। डिस्ट्रिक्ट ऑफिसर रवींद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि जिले में अभी तक एसआईआर की प्रक्रिया 44 प्रतिशत पूरी हो चुकी है

गाजियाबाद। गाजियाबाद में एसआईआर की प्रक्रिया जोरशोर से चल रही है। डिस्ट्रिक्ट ऑफिसर रवींद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि जिले में अभी तक एसआईआर की प्रक्रिया 44 प्रतिशत पूरी हो चुकी है। उन्होंने खासकर उन मतदाताओं से अपील की है जो जल्दी निकलते हैं या कामकाज के चलते फॉर्म जमा नहीं कर पा रहे हैं कि अपना फॉर्म जल्द से जल्द पास के बीएलओ के पास जमा कर दें। वहीं, जिन बीएलओ ने अपने इलाके में काम पूरा किया है, उन्हें पांच हजार रुपए का इनाम भी दिया गया है।
रवींद्र कुमार मांदड़ ने बताया कि सुबह 10 बजे तक लगभग 44 प्रतिशत काम कंप्लीट हो चुका था। एनसीआर के डिस्ट्रिक्ट में लोग आम तौर पर सुबह आठ बजे निकल जाते हैं और लेट नाइट वापस आते हैं। ऐसे में बहुत सारे लोगों के पास समय नहीं होता, इसलिए रविवार को भी एसआईआर का काम चालू रहेगा और सभी बीएलओ अपने बूथ पर रहेंगे। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि 30 नवंबर को अंतिम रविवार है। सभी बीएलओ अपने बूथ पर रहेंगे और सभी मतदाता अपना फॉर्म जमा करवा सकते हैं। इसके बाद तीन दिन फॉर्म्स को डिजिटाइज्ड करने का काम होगा, ताकि 100 प्रतिशत कार्य पूरा हो सके।
उन्होंने बताया कि गाजियाबाद में कई जगह इंडस्ट्रियल लेबर रहते हैं और बहुत सारे लोग एड्रेस बदल लेते हैं। इस वजह से लगभग 40 प्रतिशत मतदाता ऐसे हैं जो अपने दिए गए एड्रेस पर नहीं रहते हैं। इन लोगों को एब्सेंट कैटेगरी में रखा जाएगा। जिनकी मृत्यु हो चुकी है, उन्हें डेथ कैटेगरी में रखा जाएगा। जो लोग शिफ्ट हो गए हैं, वे शिफ्ट कैटेगरी में आएंगे। जिनके नाम मतदाता सूची में एक से अधिक बार हैं, उन्हें डुप्लीकेट कैटेगरी में रखा जाएगा। वहीं, जो लोग फॉर्म ले चुके हैं, लेकिन जमा नहीं कर रहे हैं, वे रिफ्यूजल कैटेगरी में चले जाएंगे।
रवींद्र कुमार मांदड़ ने जोर देकर कहा कि हर मतदाता अपना फॉर्म रविवार को जरूर जमा कर दे। आज भी बीएलओ डोर-टू-डोर जाकर फॉर्म जमा करवा रहे हैं, ताकि चार दिसंबर से पहले यह अभियान पूरा हो जाए।
उन्होंने बताया कि जनपद में लगभग 20 बीएलओ ऐसे हैं, जिन्होंने अपना काम 100 प्रतिशत पूरा कर लिया है। उन्हें शनिवार को बुलाकर 5000 रुपए का इनाम भी दिया गया। बाकियों से भी अपील की जा रही है कि वे लोगों से लगातार संपर्क बनाएं और फॉर्म्स जमा कराएं। इस अभियान से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर मतदाता का नाम सही तरीके से अपडेट हो।


