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नोएडा : डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 43 लाख की ठगी, आरोपी को राजस्थान से दबोचा गया

साइबर ठगी के लगातार बढ़ते मामलों के बीच साइबर क्राइम थाना नोएडा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है

नोएडा : डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 43 लाख की ठगी, आरोपी को राजस्थान से दबोचा गया
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नोएडा। साइबर ठगी के लगातार बढ़ते मामलों के बीच साइबर क्राइम थाना नोएडा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट के बहाने एक महिला से 43,17,000 की ठगी करने वाले गिरोह के एक शातिर सदस्य को गिरफ्तार किया है।

आरोपी की पहचान मदन कुमार पुत्र हनुमान प्रसाद, निवासी सूरतगढ़, हनुमानगढ़ (राजस्थान) के रूप में हुई है। पुलिस टीम ने उसे उसके घर से दबोचा और उसके कब्जे से दो मोबाइल फोन बरामद किए।

मामला थाना साइबर क्राइम थाना में 31 अगस्त 2025 को दर्ज हुआ था। पीड़िता, जो सेक्टर-62 नोएडा की निवासी है, ने बताया था कि कुछ अज्ञात साइबर अपराधियों ने स्वयं को पुलिस अधिकारी बताकर उन पर अवैध फंडिंग का आरोप लगाया। इसके बाद फर्जी दस्तावेज भेजकर उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर लेने की धमकी दी गई। गिरफ्तारी के भय से महिला ने अलग-अलग बैंक खातों में कुल 43,17,000 रुपए ट्रांसफर कर दिए।

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ठगी में प्रयुक्त बैंक खातों को तुरंत फ्रीज किया। पूछताछ में आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि वह सीएसपी (कस्टमर सर्विस प्वाइंट) की दुकान चलाता है और अपने करंट बैंक खाते के जरिए साइबर ठगों को कमीशन लेकर नकद राशि उपलब्ध कराता है। इसी धोखाधड़ी में उसके बैंक खाते में 7,80,000 आए थे, जिन्हें उसने अपने साथियों की मदद से बैंक से निकाल लिया था।

पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। पुलिस ने लोगों को इस तरह की ठगी से बचने के लिए जागरूक रहने की अपील की है।

पुलिस ने कहा है कि यदि कोई व्यक्ति व्हाट्सएप या वीडियो कॉल पर स्वयं को पुलिस अधिकारी बताकर धमकाए, तो पहले उसके नाम और नंबर की जांच सरकारी वेबसाइट या संबंधित विभाग से अवश्य करें। किसी भी अज्ञात कॉल करने वाले द्वारा पार्सल, हवाला या मनी लॉन्ड्रिंग के नाम पर डराया जाए, तो घबराने की बजाय तुरंत साइबर सेल या नजदीकी थाने में शिकायत करें।


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