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कोई पद छोटा या बड़ा नहीं होता : पंकज चौधरी

उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष पद पर नामांकन करने के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि कोई पद छोटा या बड़ा नहीं होता

कोई पद छोटा या बड़ा नहीं होता : पंकज चौधरी
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए पंकज चौधरी का नामांकन

  • पांच सेट में दाखिल किया पर्चा, स्क्रूटनी जारी
  • 1989 से शुरू हुआ सफर, सात बार बने सांसद
  • राजनीतिक विरासत से लेकर वित्त राज्यमंत्री तक का सफर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष पद पर नामांकन करने के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि कोई पद छोटा या बड़ा नहीं होता। चौधरी ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमें पार्टी जो भी दायित्व सौंपती है उसे लगन के साथ पूरा करते हैं। संगठन का काम कोई चुनौती नहीं है।

उन्होंने बताया कि पांच सेट में पर्चा दाखिल किया है। उसकी स्क्रूटनी हो रही है। इसके बाद कितने पर्चे वैध होते हैं, कितने अवैध होते हैं, और कौन उसमें विजय होगा। इसकी घोषणा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल करेंगे। निश्चित तौर पर जो व्यक्ति पार्टी का काम करता है, कोई पद छोटा-बड़ा नहीं होता है, उसको इसका लाभ धीरे-धीरे मिलता है। परिवार और समर्थकों में निश्चित तौर पर खुशी मिलती है। पार्टी से जो दायित्व मिलता है, उसे कार्यकर्ता के नाते हम पूरी निष्ठा से निभाते हैं।

बता दें कि भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने शनिवार को नामांकन कर दिया। 1964 में जन्मे पंकज चौधरी राजनीति में हमेशा ऊंचे शिखर पर चढ़ते रहे हैं। उन्होंने गोरखपुर से शिक्षा ग्रहण की है। उन्होंने 1989 में राजनीति का सफर शुरू किया। पंकज चौधरी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1989 में गोरखपुर नगर निगम में पार्षद का चुनाव लड़ने के साथ की थी। वे पार्षद के चुनाव में जीते थे। 1989 में ही गोरखपुर से कटकर महाराजगंज अलग जिला बना, जिसके बाद से पंकज चौधरी ने महाराजगंज को अपनी राजनीति का केंद्र बनाया। कुर्मी बिरादरी से आने वाले पंकज सात बार के सांसद हैं और गोरखपुर के रहने वाले हैं।

पंकज राजनीतिक बैकग्राउंड से आते हैं और उनकी मां उज्ज्वल चौधरी महाराजगंज जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। उन्होंने गोरखपुर यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है। इस दौरान, उन्होंने एक साल तक नगर निगम के डिप्टी मेयर के रूप में भी काम किया। बाद में उन्हें गोरखपुर का डिप्टी मेयर नियुक्त किया गया। उन्होंने 1991 में 10वीं लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। फिर 1996 में और 1998 में भी उन्होंने लोकसभा चुनाव जीता। हालांकि, 1999 के आम चुनावों में वे समाजवादी पार्टी के अखिलेश सिंह से हार गए।

पंकज चौधरी ने बाद में 2004 का लोकसभा चुनाव जीता। 2009 में, वह महाराजगंज से कांग्रेस के उम्मीदवार हर्षवर्धन से फिर हार गए। 2014 में, उन्होंने उसी निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की। इसके बाद 2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव में भी जीत मिली। चौधरी मौजूदा सरकार में वित्त राज्यमंत्री का पद संभाल रहे हैं।


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