सरकार को मनमानी नहीं करनी चाहिए : एसटी हसन
पड़ोसी देश नेपाल में चल रहे आंदोलन पर समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की

एसटी हसन बोले-सरकार को जनता की तकलीफों से बचना चाहिए, मनमानी नहीं
- नेपाल आंदोलन पर एसटी हसन की चेतावनी: भारत सरकार को रहना चाहिए सतर्क
- जनता की अनदेखी से आता है इंकलाब: एसटी हसन ने श्रीलंका, बांग्लादेश का दिया उदाहरण
- एसटी हसन ने विपक्षी गठबंधन को बताया नैतिक विजेता, लेकिन जताई मजबूरी की आशंका
मुरादाबाद। पड़ोसी देश नेपाल में चल रहे आंदोलन पर समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने कहा कि सरकारों को मनमानी नहीं करनी चाहिए और जनता को तकलीफ देने वाले फैसलों से बचना चाहिए। उन्होंने भारत सरकार को सतर्क रहने की सलाह दी।
समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन ने कहा कि जब सरकार में बैठे लोग मनमाने ढंग से काम करना शुरू कर देते हैं, लोगों की चिंताओं को नजरअंदाज करते हैं और ऐसे फैसले लेते हैं जिनसे कठिनाई होती है, तो जनता इसे एक निश्चित सीमा तक ही बर्दाश्त कर सकती है। श्रीलंका और बांग्लादेश में जो कुछ हुआ सबने देखा है। जब जनता के साथ नाइंसाफी होगी और जब सरकारें इंसाफ से काम नहीं करती हैं, तो जाहिर है इंकलाब आते हैं। मेरे खयाल से अब पाकिस्तान का भी यही हाल होने वाला है। वहां भी जनता सरकार के खिलाफ सड़कों पर आएगी और हमारी सरकार को भी होशियार रहना चाहिए।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हजरतबल दरगाह से अशोक स्तंभ मिटाने वाले सवाल पर कहा कि मंदिर, मस्जिद और ये धार्मिक जगहें हैं। बहुत सी ऐसी मान्यताएं हैं जो किसी मजहब में मानी जाती हैं और किसी में नहीं मानी जातीं। इस्लाम के अंदर कोई भी मूर्ति जायज नहीं है। मस्जिद-दरगाहों में ऐसी चीजें नहीं लगानी चाहिए, जिससे इस्लाम के मानने वालों को तकलीफ हो।
उपराष्ट्रपति चुनाव पर समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन ने कहा कि मतदान गुप्त तरीके से होता है और आदर्श रूप से लोग अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट देते हैं, लेकिन कुछ मजबूरियां भी होती हैं क्योंकि सदस्य अपनी पार्टी से बंधे होते हैं। अगर वोट अंतरात्मा की आवाज पर होगा, तो इंडिया गठबंधन जीतेगा, अगर सरकार के डर से होगा, तो एनडीए जीतेगा। स्थिति सभी जानते हैं, और फिलहाल तो ऐसा लग रहा है कि एनडीए जीतेगा।


