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नेताओं की तुलना ईश्वर से करना चाटुकारिता की पराकाष्ठा : एसपी सिंह बघेल

उपराष्ट्रपति के रूप में सीपी राधाकृष्णन की शानदार जीत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में उत्साह की लहर है

नेताओं की तुलना ईश्वर से करना चाटुकारिता की पराकाष्ठा : एसपी सिंह बघेल
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नेताओं की ईश्वर से तुलना चाटुकारिता की पराकाष्ठा: एसपी सिंह बघेल

  • सीपी राधाकृष्णन की जीत पर बघेल की बधाई, निष्पक्ष नेतृत्व की उम्मीद
  • राहुल-अखिलेश-तेजस्वी को देवता बताने पर बघेल ने जताई नाराजगी
  • नेपाल हिंसा पर विदेश मंत्रालय सतर्क, भारतीयों की सुरक्षा पर सरकार गंभीर

आगरा। उपराष्ट्रपति के रूप में सीपी राधाकृष्णन की शानदार जीत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में उत्साह की लहर है। केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने इस मौके पर आईएएनएस से बातचीत में कहा, "सबसे पहले मैं उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन को हार्दिक बधाई देता हूं। मेरी शुभकामनाएं हैं कि उनके नेतृत्व में राज्यसभा का संचालन सुचारू रूप से हो और वह एक लोकप्रिय चेयरमैन साबित हों।"

उन्होंने आगे कहा कि आत्मा की आवाज पर वोट मांगने पर संख्या बल कम होती है और जो लोग आत्मा की आवाज पर अपील कर रहे हैं तो दूसरे की आत्मा भी जाग सकती है, जो आपको वोट नहीं देना चाहते हैं। कल लोकतंत्र का बहुत अच्छा दिन था कि सीपी राधाकृष्णन भारी मतों से जीते हैं।

बघेल ने विपक्षी इंडी गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन एक ऐसा ग्रुप है, जब भी सरकार कोई महत्वपूर्ण विधेयक लाती है, गठबंधन का विश्वास डगमगाता है और विधेयक आसानी से पास हो जाते हैं। जनता का समर्थन भाजपा के साथ है। उपराष्ट्रपति चुनाव के परिणाम पहले से तय थे। लोकसभा और राज्यसभा के मतदाता सदस्यों के वोट ने इस जीत को सुनिश्चित किया।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के रायबरेली दौरे से पहले सपा कार्यकर्ता ने एक पोस्टर लगाया है। इसमें राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव को ब्रह्मा-विष्णु-महेश के रूप में दर्शाया गया है। इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए एसपी सिंह बघेल ने इसे 'चमचागिरी की पराकाष्ठा' करार दिया।

उन्होंने कहा, "ईश्वर की तुलना किसी भी इंसान से नहीं की जा सकती। हम सभी हाड़-मांस के साधारण इंसान हैं। ये नेता 'नामदार' हैं, जिन्हें विरासत में पद मिले हैं। अगर ये साधारण परिवारों में जन्मे होते, तो शायद इस मुकाम तक नहीं पहुंचते।"

उन्होंने सनातन धर्म का हवाला देते हुए कहा कि ऐसी तुलनाएं धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं और नेताओं को अपने कार्यकर्ताओं को इस तरह की हरकतों के लिए डांटना चाहिए।

इसके अलावा, नेपाल में बढ़ती हिंसा और अस्थिरता को लेकर विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी पर भी बघेल ने अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, "भारत और नेपाल के रिश्ते हमेशा से मजबूत रहे हैं। हजारों भारतीय सड़क और हवाई मार्ग से नेपाल आते-जाते हैं, खासकर पशुपतिनाथ मंदिर में दर्शन के लिए।"

उन्होंने बताया कि नेपाल में अचानक भड़की हिंसा के कारण भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है। भारतीय दूतावास सक्रिय रूप से काम कर रहा है और नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने की प्रक्रिया जारी है। नेपाल में स्थिति अभी सामान्य होने की उम्मीद नहीं है, लेकिन भारत सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।


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