प्रभावित किसानों के नाम पर बाहरी युवाओं को नौकरी देने से आक्रोश
नौकरी का विकल्प चुनने वाले प्रभावित युवाओं ने तहसील में धरना देने की दी चेतावनी

355 प्रभावित युवाओं का आरोप: प्रशासन थर्ड पार्टी के जरिए अस्थायी नौकरी थोप रहा
- एयरपोर्ट नौकरी चयन पर विवाद: प्रभावितों ने चयन सूची पर उठाए सवाल
- सात साल से नौकरी की आस: प्रभावित युवाओं ने कहा-हमारे साथ धोखा हो रहा है
जेवर। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के भूमि अधिग्रहण से प्रभावित चौबीस युवाओं को नौकरी देने का समाचार प्रकाशित होने पर गुरुवार को रोजगार का विकल्प चुनने वाले युवाओं ने आक्रोश का इजहार किया। उन्होंने शनिवार को उपजिलाधिकारी से मिलकर समस्या का समाधान करने तथा समाधान न होने पर तहसील में धरना देने की चेतावनी दी है।
बता दें कि गुरुवार को समाचार पत्रों में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के भूमि अधिग्रहण व विस्थापन से प्रभावित 24बच्चों का नौकरी में चयन होने का प्रकाशित हुआ था। जिसके बाद रोजगार का विकल्प चुनने वाले युवाओं ने आक्रोश का इजहार करते हुए बाहरी युवाओं को भूमि अधिग्रहण से प्रभावित बताते हुए नौकरी देने का आरोप लगाया।
सात वर्षों से एयरपोर्ट में नौकरी की आस लगाए बैठे बेरोजगार युवाओं ने बताया कि एयरपोर्ट के लिए प्रथम चरण के भूमि अधिग्रहण व विस्थापन के दौरान प्रशासन द्वारा उन्हें रोजगार का विकल्प चुनने या उसके बदले एकमुश्त पांच लाख रुपए लेने का विकल्प दिया गया था। ज्यादातर प्रभावित द्वारा एकमुश्त राशि का विकल्प चुना था तथा 355प्रभावित युवाओं द्वारा रोजगार का विकल्प चुना गया।
रोजगार का विकल्प चुनने वाले युवा तभी से एयरपोर्ट में स्थाई नौकरी का सपना सजोए हुए हैं। एयरपोर्ट का निर्माण लगभग पूरा होने पर युवाओं द्वारा गत चार माह से नौकरी देने की मांग की जा रही है। उनका आरोप है कि प्रशासन उन्हें बरगलाने का काम कर रहा है तथा थर्ड पार्टी के माध्यम से अस्थाई रोजगार चुनने का विकल्प दिया जा रहा है। जो उनके साथ सरासर धोखा है।


