Top
Begin typing your search above and press return to search.

उत्तराखंड त्रासदी : मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को दी हालात की जानकारी

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की

उत्तराखंड त्रासदी : मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को दी हालात की जानकारी
X

नई दिल्ली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने हाल ही में उत्तराखण्ड में आई आपदा, जनधन की हानि, सर्च एवं रेस्क्यू आपरेशन के साथ ही राहत कार्यों के बारे में प्रधानमंत्री मोदी को जानकारी दी। उत्तराखंड स्थित चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र में बर्फीला तूफान आने से 204 लोग इसकी चपेट में आ गए थे। ऋषिगंगा आपदा के तुरंत बाद इसरो, डीआरडीओ, आईआईआरएस, एसएएसई, वाडिया इंस्टीट्यूट, जीएसआई व सेंट्रल वाटर कमीशन के वैज्ञानिकों द्वारा स्थलीय सर्वेक्षण किया गया। ऋषिगंगा के मुहाने पर अस्थायी रूप से बनी झील की वैज्ञानिकों द्वारा निरंतर निगरानी की जा रही है। झील से निकासी को और बेहतर बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

उत्तराखंड में आई इस त्रासदी में कुल 204 लोग लापता हुए थे। इनमें से अभी तक 68 व्यक्तियों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि 136 व्यक्ति अभी भी लापता हैं। अभी तक बरामद किए गए 68 शवों में से केवल 35 शवों की पहचान हो सकी है। जबकि 33 शव अभी भी अज्ञात हैं। उत्तराखंड प्रशासन विभिन्न एजेंसियों की मदद से 136 लापता लोगों को ढूंढने के लिए रेस्क्यू अभियान चला रहा है।

मुख्यमंत्री ने आपदा में तत्काल सहायता के लिए प्रधानमंत्री जी और केंद्र सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि आपदा प्रभावित 13 गांवों में जल व विद्युत व्यवस्था सुचारू कर दी गई है। तीन गांवों में आवागमन के लिए ट्राली संचालित कर दी गई है। समुचित मात्रा में राशन प्रदान किया जा रहा है।

राज्य में उत्तराखण्ड हिमनद एवं जल संसाधन केंद्र बनाए जाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को कुम्भ मेले के साथ ही श्री बद्रीनाथ और श्री केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों की भी विस्तार से जानकारी दी। राज्यों के वित्तीय संसाधनों से अवगत कराते हुए मुख्यमंत्री ने वन भूमि हस्तान्तरण के मामलों में राज्य सरकार की परियेाजनाओं को केंद्र सरकार की परियोजनाओं की भांति डिग्रेडेड फोरेस्ट पर क्षतिपूरक वृक्षारोपण किए जाने की नीति की आवश्यकता पर बल दिया।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it