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मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड वितरण योजना में प्रदेश पहले नम्बर पर

छत्तीसगढ़ में किसानों को उनकी खेती की जमीनों का स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराने की योजना पर तेजी से काम चल रहा है

रायपुर। छत्तीसगढ़ में किसानों को उनकी खेती की जमीनों का स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराने की योजना पर तेजी से काम चल रहा है। योजना के तहत प्रथम चरण में विगत दो सालों वर्ष 2015-16 और वर्ष 2016-17 में किसानों को स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराने के मामले में छत्तीसगढ़ पूरे देश में प्रथम स्थान पर रहा है।

कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां बताया कि प्रथम चरण के अंतर्गत दो साल में किसानों को 38 लाख 90 हजार 709 स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था। इसके विरूद्ध 43 लाख 37 हजार 595 मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड किसानों को वितरित किए गए हैं।

इस अवधि में सात लाख 90 हजार मिट्टी नमूनों का संग्रहण कर इन सभी नमूनों का विश्लेषण किया गया। अग्रवाल ने यह भी बताया कि योजना के दूसरे चरण में चालू वित्तीय वर्ष में 23 लाख 46 हजार 890 मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड किसानों को उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है।

दूसरे चरण में अभी तक 74 हजार 211 मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड किसानों को उपलब्ध कराया जा चुका है। वर्तमान में द्वितीय चरण के लिए निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप किसानों को मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराने तेजी से कार्रवाई चल रही है। 33 स्थायी मिट्टी प्रयोगशाला और 174 मिनी मिट्टी प्रयोग शाला में मिट्टी नमूने की जांच की जा रही है।

कृषि मंत्री अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के अभियान के अंतर्गत मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड वितरण महत्वपूर्ण योजना है।

योजना के तहत सभी किसानों को उनकी खेती की जमीनों के स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे। अग्रवाल ने कहा कि स्वास्थ्य कार्ड में जमीनों की गुणवत्ता और उन पर ली जाने वाली उपयुक्त फसलों के बारे में विस्तार से सुझाव दिया जाएगा। खेती की जमीनों की कमियों और उनके सुधार के लिए जरूरी उपायों के बारे में भी मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड में उल्लेख रहेगा। अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के हित में इस योजना पर पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है।


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