आस्था के समंदर में समाया उत्तर प्रदेश
देवी अराधना के पर्व शारदीय नवरात्र के पहले दिन शक्तिपीठ विंध्यवासिनी, शीतला माता, देवी पाटन, अलोप शंकरी, पचकुइया मंदिर और शीतलाकड़ा धाम समेत समूचे उत्तर प्रदेश में देवी मंदिर मां भगवती के जयकारों से स

लखनऊ। देवी अराधना के पर्व शारदीय नवरात्र के पहले दिन शक्तिपीठ विंध्यवासिनी, शीतला माता, देवी पाटन, अलोप शंकरी, पचकुइया मंदिर और शीतलाकड़ा धाम समेत समूचे उत्तर प्रदेश में देवी मंदिर मां भगवती के जयकारों से सारा दिन गूंजते रहे।
मिर्जापुर, कौशाम्बी, झांसी, जौनपुर, वाराणसी, इलाहाबाद, मथुरा, अयाेध्या और लखनऊ समेत समूचे राज्य में तड़के से ही देवी मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें लग गयी थी।
घंटे घड़ियाल की ध्वनि के बीच माता के गगनभेदी जयकारों से मंदिर गुंजायमान रहे। इस दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिये चाकचौबंद इंतजाम किये गये थे।
श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिये क्लाज सर्किट टीवी (सीसीटीवी) की मदद ली गयी। मंदिर प्रशासन की सहायता के लिये कई प्रसिद्ध मंदिरों में पुलिस और पीएसी के जवान तैनात किये गये थे।
इस दौरान विंध्याचल समेत कई मंदिरों में परंपरागत नवरात्र मेले की शुरूआत हो गयी। छोटी बड़ी हजारों दुकानों से मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं ने जम कर खरीददारी की। खुशनुमा मौसम के बीच बच्चों ने झूलों का लुफ्त उठाया।
मेला परिसर में लाउडस्पीकर के माध्यम से सावधानी बरतने की चेतावनी लगातार दी जाती रही। नवरात्र की पूर्व संध्या से ही फल,पुष्प और पूजा सामग्री के भाव आसमान छूने लगे।
सेब,अनार और केले के दामों में भारी बढोत्तरी दर्ज की गयी वहीं गेंदा और गुलाब की माला 200 रूपये तक में बिकी।
पूजन सामग्री भंडार के विक्रताओं ने जीएसटी का हवाला देकर पूजन सामग्री के भाव दो गुने से भी अधिक कर दिये थे।
इसके बावजूद देवी अराधना के लिये अधीर भक्तों ने दिल खोल कर खरीददारी की।
इस दौरान सड़को और बाजारों में देर रात तक गहमागहमी रही। बाजारों में यातायात को नियंत्रित करने के लिये पुलिस के जवानों को खासी मशक्कत करनी पड़ी।


