उत्तर कोरिया के खिलाफ 'अधिकतम दबाव अभियान' जारी रखेगा अमेरिका
अमेरिका के विदेश विभाग ने कहा है कि उत्तर कोरिया के खिलाफ 'अधिकतम दबाव अभियान' जारी रहेगा

वाशिंगटन। अमेरिका के विदेश विभाग ने कहा है कि उत्तर कोरिया के खिलाफ 'अधिकतम दबाव अभियान' जारी रहेगा। हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते सप्ताह कहा था कि वह 'अधिकतम दबाव' शब्द को पसंद नहीं करते। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की बुधवार की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश विभाग की प्रवक्ता हीदर नॉर्ट ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि 'प्रतिबंध व दबाव अभियान अपनी जगह बने रहेंगे।'

मीडिया से विवरणों में नहीं उलझाने की बात कहते हुए नॉर्ट ने कहा, "हमारा दबाव अभियान अपनी जगह पर मजबूती से बना रहेगा। आप इसे जो कहना चाहे, कह सकते हैं।"

उन्होंने कहा, "हम उत्तर कोरिया द्वारा खुद को परमाणु मुक्त करने तक अपने दबाव अभियान को वापस नहीं लेगे।"
उन्होंने कहा कि 'यह वह चीज है जिस पर इस प्रशासन में हम लगातार बने रहे हैं।'
उत्तर कोरिया के वरिष्ठ अधिकारी किम योंग-चोल से मिलने के बाद ट्रंप ने मीडिया से एक जून को कहा था कि उन्हें यह शब्द अधिकतम दबाव पंसद नहीं है क्योंकि उत्तर कोरिया के साथ संबंध सुधर रहे हैं।
नॉर्ट ने यह भी कहा कि अमेरिकी सरकार ट्रंप की किम जोंग-उन से सिंगापुर में 12 जून को मुलाकात के दौरान उत्तर कोरिया के प्रतिनिधिमंडल के रहने का भुगतान नहीं करेगी।
उन्होंने कहा, "हम उनके खर्चे का भुगतान नहीं कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने किसी दूसरे देश से भी इसके भुगतान के लिए नहीं कहा है।


