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अमेरिकी डिप्टी एनएसए और भारतीय विदेश सचिव ने आपसी संबंधों व रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की

अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र मामलों के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह ने गुरुवार को भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला से मुलाकात की और आर्थिक सहयोग, रणनीतिक साझेदारी और रूस और यूक्रेन युद्ध पर चर्चा की

अमेरिकी डिप्टी एनएसए और भारतीय विदेश सचिव ने आपसी संबंधों व रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की
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नई दिल्ली। अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र मामलों के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह ने गुरुवार को भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला से मुलाकात की और आर्थिक सहयोग, रणनीतिक साझेदारी और रूस और यूक्रेन युद्ध पर चर्चा की। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद मॉस्को पर अमेरिकी आर्थिक प्रतिबंधों के सूत्रधार सिंह ने 'पारस्परिक हित के वैश्विक मुद्दों' पर भी चर्चा की।

सिंह, जो जी-20 शेरपा भी हैं, ने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग पर भी चर्चा की है।

जी-20 एक रणनीतिक बहुपक्षीय मंच है, जो दुनिया की प्रमुख विकसित और उभरती अर्थव्यवस्थाओं को जोड़ता है। जी-20 भविष्य के वैश्विक आर्थिक विकास और समृद्धि को हासिल करने में एक रणनीतिक भूमिका रखता है।

बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "(हम) जी-20 सहित आपसी हित के वैश्विक मुद्दों पर एक साथ काम करने के लिए तत्पर हैं।"

बुधवार को, सिंह ने भारत के वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की थी और भारत-अमेरिका आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को और गहरा करने के कदमों पर चर्चा की थी।

गोयल ने एक ट्वीट में कहा, "अंतर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्र और जी-20 शेरपा के लिए अमेरिकी उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह से मुलाकात की। भारत-अमेरिका आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को और गहरा करने के लिए विस्तार से चर्चा की गई। हमारी पूरक साझेदारी हमें गतिशील विश्व व्यवस्था में लचीली अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करेगी।"

भारत और अमेरिका के बीच टू प्लस टू वार्ता से पहले सिंह दो दिवसीय नई दिल्ली यात्रा पर हैं। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के एक बयान में कहा गया है कि सिंह समावेशी आर्थिक विकास और समृद्धि और एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत को बढ़ावा देने के लिए सहयोग को गहरा करने के लिए भारत सरकार के अधिकारियों से मिलने वाले हैं।

बयान में कहा गया है कि सिंह यूक्रेन के खिलाफ रूस के 'अनुचित' युद्ध के परिणामों और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव को कम करने के परिणामों पर अपने समकक्षों के साथ परामर्श करेंगे।

भारत संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन से संबंधित सात प्रस्तावों पर तटस्थ रहा है।


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